दिल्ली-NCR में प्रदूषण की मार: AQI 400 पार, GRAP-4 प्रतिबंध लागू
हवा फिर हुई 'जहरीली', स्कूल हाइब्रिड मोड में, निर्माण कार्यों और वाहनों पर सख्ती
दिल्ली-NCR की हवा की गुणवत्ता एक बार फिर गंभीर श्रेणी में पहुंच गई है। सोमवार को ग्रेप-3 के प्रतिबंध लागू करने के बाद, रात को एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) के 400 के पार जाने पर GRAP-4 के कड़े प्रतिबंध भी लागू कर दिए गए हैं।
दिल्ली-NCR का वायु संकट
आज सुबह 8 बजे तक दिल्ली के विभिन्न इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स निम्न स्तर पर रहा:
आनंद विहार: 467
जहांगीरपुरी: 468
रोहिणी: 464
अलीपुर: 454
द्वारका सेक्टर-8: 429
गंभीर श्रेणी के इस प्रदूषण के बीच दिल्ली में हेल्थ इमरजेंसी जैसे हालात बन गए हैं। कोहरा और स्मॉग के कारण दृश्यता भी कम हो गई है, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है।
स्कूल और दफ्तरों पर असर
दिल्ली, गुरुग्राम, गाजियाबाद, नोएडा समेत NCR के सभी जिलों में कक्षा 9 और 11 तक स्कूलों को हाइब्रिड मोड में चलाने के आदेश दिए गए हैं। अभिभावक और बच्चे ऑनलाइन या ऑफलाइन पढ़ाई का विकल्प चुन सकते हैं।
इसके अलावा, दफ्तरों के खुलने और बंद होने का समय अलग-अलग तय किया जा सकता है ताकि यातायात कम हो और प्रदूषण पर कुछ नियंत्रण हो सके।
निर्माण कार्यों और वाहनों पर सख्ती
GRAP-4 के तहत निर्माण और विध्वंस कार्यों पर पूरी तरह रोक लगाई गई है। फ्लाईओवर, सड़क, राष्ट्रीय राजमार्ग जैसी परियोजनाओं को भी बंद कर दिया गया है। हालांकि, अस्पताल, रेल, मेट्रो और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी परियोजनाओं को छूट दी गई है।
BS-3 पेट्रोल और BS-4 डीजल वाहनों का संचालन भी प्रतिबंधित कर दिया गया है। प्रदूषण फैलाने वाले सभी स्टोन क्रशर और खनन कार्यों पर भी रोक लगा दी गई है।
सांसों पर पहरा, NCR में रेड जोन
दिल्ली और NCR के सभी इलाके गंभीर प्रदूषण की चपेट में हैं। जहांगीरपुरी, आनंद विहार, रोहिणी जैसे इलाकों में स्थिति सबसे ज्यादा चिंताजनक है। इसके अलावा, गाजियाबाद और नोएडा जैसे शहर भी रेड जोन में बने हुए हैं।
हवा की खराब स्थिति को देखते हुए विशेषज्ञों ने लोगों को घरों में रहने और बाहर की गतिविधियां सीमित करने की सलाह दी है।
सरकार की अपील
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने लोगों से अपील की है कि वे गैर-जरूरी गतिविधियों को कम करें और प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों का इस्तेमाल न करें।
आइए, मिलकर इस संकट से निपटने में सहयोग करें।
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