अमेरिकी टैरिफ चिंताओं से बाजार गिरा, निवेशकों को झटका
सेंसेक्स में बड़ी गिरावट, निफ्टी लुढ़का, निवेशकों के लिए मुश्किल दौर…..
मुंबई : घरेलू शेयर बाजार मंगलवार को भारी गिरावट के साथ खुला, जिससे निवेशकों को बड़ा झटका लगा। अमेरिकी टैरिफ से जुड़ी चिंताओं के चलते सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट देखने को मिली। बाजार में कमजोरी का असर कई सेक्टर्स पर पड़ा, जिससे निवेशकों की संपत्ति में भारी गिरावट आई। ईद की छुट्टी के बाद पहले कारोबारी दिन बाजार की यह शुरुआत निवेशकों के लिए निराशाजनक रही।
मंगलवार को सेंसेक्स 600 अंकों से ज्यादा टूटकर खुला, जबकि निफ्टी भी 150 अंकों से ज्यादा लुढ़क गया। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिकी टैरिफ नीतियों को लेकर निवेशक सतर्क हैं, जिससे बाजार में अस्थिरता बनी हुई है। अमेरिकी प्रशासन द्वारा नए टैरिफ लगाए जाने की अटकलों के कारण वैश्विक बाजारों में भी कमजोरी देखी जा रही है, जिसका असर भारतीय शेयर बाजार पर भी पड़ रहा है।
बैंकिंग, आईटी, ऑटो और मेटल सेक्टर में सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिली। प्रमुख बैंकिंग शेयरों में भारी बिकवाली देखने को मिली, जिससे सेंसेक्स में और गिरावट दर्ज की गई। टेक और मेटल सेक्टर की बड़ी कंपनियों के शेयरों में भी गिरावट रही, जिससे निवेशकों का नुकसान बढ़ गया।
अमेरिकी टैरिफ नीति को लेकर अनिश्चितता के अलावा, वैश्विक आर्थिक सुस्ती और कच्चे तेल की कीमतों में उछाल भी बाजार पर दबाव बना रहा है। डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी भी निवेशकों की चिंता बढ़ा रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि जब तक अमेरिकी टैरिफ नीति को लेकर स्पष्टता नहीं आती, तब तक बाजार में अस्थिरता बनी रह सकती है।
हालांकि, कुछ सेक्टरों में मामूली मजबूती देखने को मिली। फार्मा और एफएमसीजी सेक्टर में कुछ शेयरों ने बाजार को संभालने की कोशिश की, लेकिन भारी बिकवाली के दबाव के कारण बाजार में गिरावट जारी रही। निवेशक अब भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति बैठक और वैश्विक संकेतकों पर नजर बनाए हुए हैं।
बाजार के जानकारों का कहना है कि निवेशकों को अभी सतर्क रहने की जरूरत है। लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए यह गिरावट एक अच्छा अवसर हो सकता है, लेकिन शॉर्ट टर्म निवेशकों को जोखिम प्रबंधन पर ध्यान देना होगा। टेक्निकल विश्लेषकों के अनुसार, अगर निफ्टी 21,500 के नीचे जाता है, तो बाजार में और कमजोरी देखने को मिल सकती है। वहीं, सेंसेक्स के लिए 71,000 का स्तर अहम सपोर्ट बना हुआ है।
आगे के हफ्तों में बाजार की दिशा अमेरिकी टैरिफ नीति, वैश्विक आर्थिक हालात और घरेलू कंपनियों के तिमाही नतीजों पर निर्भर करेगी। निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि वे जल्दबाजी में कोई बड़ा निर्णय लेने से बचें और बाजार की चाल को समझकर ही निवेश करें।
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