राजस्थान में बारिश का कहर, हाईवे बंद
निचले इलाकों में जलभराव, स्कूलों की छुट्टी, नागौर में तीसरी बार नेशनल हाईवे बंद…..
राजस्थान इन दिनों भारी बारिश की चपेट में है। पिछले कई दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने आम जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। राजधानी जयपुर से लेकर नागौर और अन्य जिलों में पानी ने कहर बरपा दिया है। निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति ऐसी है कि लोगों के घरों में पानी घुस गया है, गाड़ियाँ आधी डूब गई हैं और कई जगहों पर बिजली भी ठप हो गई है। स्कूल प्रशासन ने बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए स्कूलों में छुट्टियां घोषित कर दी हैं।
सबसे अधिक परेशान करने वाली स्थिति नागौर जिले में देखी गई, जहाँ बीते 12 दिनों में तीसरी बार नेशनल हाईवे को बंद करना पड़ा। लगातार बारिश के चलते सड़कें पानी में समा गई हैं और हाईवे पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं, जिससे सफर करना खतरे से खाली नहीं रहा। आम लोगों के साथ-साथ ट्रांसपोर्ट और व्यापार पर भी इसका गहरा असर पड़ा है।
जयपुर में भी हालात सामान्य नहीं हैं। शहर के कई हिस्सों में पानी भर गया है, जिससे ऑफिस और बाजार तक पहुँचना मुश्किल हो गया है। ऑटो, रिक्शा और बाइक सवारों को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है। कई जगहों पर तो ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी हुई है और लोग घंटों तक फंसे रहे।
प्रशासन की ओर से राहत कार्य शुरू कर दिए गए हैं, लेकिन पानी की लगातार आवक के कारण स्थिति पर काबू पाना मुश्किल हो रहा है। नगर निगम और जिला प्रशासन की टीमें पंप के ज़रिए पानी निकालने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही।
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस बार की बारिश ने पिछले कई सालों के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। कई जगहों पर घरों की दीवारें गिरने की खबरें भी सामने आई हैं, हालांकि किसी बड़े जान-माल के नुकसान की पुष्टि अभी तक नहीं हुई है।
लोग प्रशासन से अपील कर रहे हैं कि जल निकासी की व्यवस्था को बेहतर किया जाए और राहत कार्य में तेजी लाई जाए। वहीं, मौसम विभाग ने आगामी दो दिनों तक और भारी बारिश की चेतावनी जारी की है, जिससे हालात और बिगड़ सकते हैं। राज्य सरकार की ओर से कंट्रोल रूम बनाए गए हैं, जहाँ से हालात पर नजर रखी जा रही है और लोगों को सतर्क रहने की अपील की गई है। यह मौसम भले ही कुछ राहत लेकर आए, लेकिन फिलहाल यह राजस्थान के लोगों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है।