पूर्व मेयर आशा जसवाल ने पार्षद दमनप्रीत बादल, मेयर, गठबंधन नेताओं के खिलाफ राष्ट्रीय महिला आयोग में शिकायत की
यूटी पुलिस के एसएसपी को मार्क शिकायत में कहा, ‘उनके परिवार को मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना झेलनी पड़ी है’
चंडीगढ़ :पूर्व मेयर और बीजेपी की वरिष्ठ नेत्री आशा जसवाल ने स्टिंग ऑपरेशन के मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग को शिकायत दी है l शिकयत में आप पार्षद दमनप्रीत सिंह बादल, मेयर कुलदीप कुमार, आप सह प्रभारी सनी अहलुवालिया, आप नेता प्रेम गर्ग,चंडीगढ़ कांग्रेस प्रधान हारमोहिंदर सिँह लकी और कांग्रेस पार्षद गुरप्रीत सिंह गाबी को पार्टी बनाया गया है l आयोग को दी गयी शिकायत यूटी पुलिस एसएसपी को मार्क हो गयी है l आयोग को दी शिकयत में बीजेपी नेत्री ने सभी पर उनकी छवि धूमिल करने के प्रयास के आरोप लगाए है l जिन्होने आयोग और एसएसपी से उनके और परिवार के सदस्यों के लिए अपने निवास स्थान पर तत्काल सुरक्षा की मांग के साथ आरोपियों के खिलाफ कानून के मुताबिक मामला दर्ज करने की मांग की है l बीजेपी नेत्री ने खुद को सीनियर सिटीजन बताते हुए आरोप लगाया की पार्षद दमनप्रीत बादल 19 फ़रवरी को उनके सेक्टर 21 निवास स्थान पर आया और बिना उनकी जानकारी के गुप्त तरीके ऑडियो और वीडियो रिकॉर्डिंग कर ली l इसके अगले दिन 20 तारीख को अन्य सभी के साथ बकायदा प्रेस कांफ्रेंन्स कर ऑडियो वीडियो चलाकर उनपर खरीद फरोख्त के आरोप लगाए l जैसे हीं यह सूचना न्यूज़ चैनल और मीडिया में पब्लिक डोमेन के तहत सामने आई तब वह और उनके परिवार को मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना झेलनी पड़ी l शिकायत में कहा गया की भविष्य में फिर से ऐसी घटना की पुनः वृति ना हो इसलिए उनके और परिवार को निवास स्थान पर सुरक्षा मुहिया कराई जाये l उन्होने आरोप लगाया की सभी ने प्रेस कांफ्रेंन्स में आम जन को यह दिखाने का प्रयास किया की वह दमनप्रीत को लालच और लाभ का प्रलोभन देकर खरीदने का प्रयास कर रही हूँ l एक महिला होने के नाते इस घटना से उनकी निजीता का हनन करने का प्रयास किया गया l वीडियो में उनके घर और पता दिखया गया l प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद उनके बेटे को काफ़ी लोगो के फोन आएं l जब खुद उन्होने उनके खिलाफ जानबुझकर झूठी फैलाई गयी प्रेस कांफ्रेंन्स देखी तो वह दंग रह गयी l एक महिला होने के नाते उनकी प्राइवेसी का हनन किया गया l उनके घर नाबालिक बच्चे और अन्य महिलाएं भी है l आरोपिये के इस आचरण से उनके और परिवार की छवि को ना केवल नुकसान पहुंचाया गया है बल्कि हम सभी की जिन्दी भी झोखिम में डाल दिया गया l आम पब्लिक के समक्ष जानबुझ कर उनके बारे में नफरत फैलायी गयी l पूर्व पार्षद ने कहा की जो आरोपियों ने वीडियो रिकॉर्डिंग शेयर की है उसमे साफ है की उन्होने दमनप्रीत से कोई पैसे की पेशकश नहीं की है l उन्होने कहा की घटना के बाद उनके घर की कुछ अज्ञात लोगो की और से रेकी भी गयी l उनके और बेटे को अज्ञात लोग फॉलो कर रहे है l उनके घर की रात्रि में डोर बैल बजायी गयी l तब के बाद से वह उनका परिवार मानसिक प्रतड़ना सहनी पड़ रही है l 27 फ़रवरी की शिकायत में राष्ट्रीय महिला आयोग से यूटी पुलिस प्रमुख को ज़रूरी निर्देश देने की मांग की गयी है ताकि आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की गयी है l (representative photos used ) (चंडीगढ़ से रोशन लाल शर्मा की रिपोर्ट)
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