अमृतसर। पंजाब के अमृतसर जिले में लगातार हो रही मूसलधार बारिश के चलते हालात बेहद गंभीर हो गए हैं। रावी नदी का जल स्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच चुका है, जिससे जिले के 40 से अधिक गांव जलमग्न हो गए हैं। स्थिति को देखते हुए भारतीय सेना, बीएसएफ (BSF), और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की टीमें राहत और बचाव कार्यों में दिन-रात जुटी हुई हैं।
गुरुवार तड़के 4 बजे डीसी साक्षी साहनी खुद बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लेने पहुंचीं और राहत अभियान की निगरानी की। उन्होंने बताया कि पानी का स्तर लगातार बढ़ रहा है और कई गांवों में लोग अभी भी फंसे हुए हैं। प्रशासन की ओर से राहत और बचाव कार्य तेज कर दिया गया है, ताकि लोगों की जान-माल की रक्षा सुनिश्चित की जा सके।
सेना ने इस संकट की घड़ी में अत्याधुनिक ATOR N1200 (Advanced Amphibious All-Terrain Vehicle) जैसे हाईटेक वाहन का उपयोग शुरू कर दिया है, जिससे जलभराव वाले इलाकों में फंसे लोगों को तेजी से निकाला जा रहा है। सेना के जवान नावों और अन्य जरूरी उपकरणों के साथ मौके पर मौजूद हैं और हरसंभव सहायता पहुंचा रहे हैं।
अमृतसर के विधायक कुलदीप सिंह धालीवाल, एसएसपी मनिंदर सिंह, और अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी लगातार राहत कार्यों में सक्रिय हैं। अफसर और जनप्रतिनिधि खुद कमर तक पानी में उतरकर लोगों को ट्रैक्टर और नावों की मदद से सुरक्षित स्थानों तक पहुंचा रहे हैं।
कई गांवों में खड़ी फसलें बर्बाद हो चुकी हैं और किसानों को भारी नुकसान की आशंका है। प्रशासन ने प्रभावितों के लिए अस्थायी राहत शिविर बनाए हैं और भोजन, पानी, व प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था की जा रही है।
स्थिति पर नजर बनाए हुए प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे घबराएं नहीं, और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
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