अमृतपाल के खिलाफ NSA पर हाईकोर्ट जाएंगे
परिवार ने NSA को बताया लोकतंत्र से विश्वासघात, वकील कर रहे कोर्ट याचिका की तैयारी..
अमृतसर : वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह के खिलाफ नेशनल सिक्योरिटी एक्ट (NSA) लगाए जाने के फैसले को उनके परिवार ने लोकतंत्र के खिलाफ बताया है। अब परिवार इस फैसले को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में चुनौती देने की तैयारी कर रहा है। अमृतपाल सिंह के परिजनों का कहना है कि उन्हें न तो कोई सूचना दी गई और न ही कोई कानूनी प्रक्रिया अपनाई गई। सीधे तौर पर NSA लगाकर उन्हें हिरासत में लिया गया, जो संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है।
परिवार के अनुसार, यह एक सुनियोजित साजिश है, ताकि अमृतपाल की आवाज को दबाया जा सके। उनका कहना है कि किसी भी नागरिक को इस तरह बिना उचित प्रक्रिया के हिरासत में रखना देश के कानून का उल्लंघन है। अब वकील इस फैसले को कोर्ट में चुनौती देने के लिए जरूरी दस्तावेज और याचिका तैयार कर रहे हैं।
वहीं, इस मामले में प्रशासन का कहना है कि अमृतपाल की गतिविधियां राष्ट्र की सुरक्षा के लिए खतरा बन रही थीं, इसलिए NSA लगाया गया। लेकिन परिवार का आरोप है कि अमृतपाल को जानबूझकर निशाना बनाया गया क्योंकि वह पंजाबी युवाओं को जागरूक करने की बात कर रहे थे और सामाजिक मुद्दों को उठा रहे थे।
इस घटनाक्रम के बाद पंजाब में एक बार फिर राजनीतिक और सामाजिक हलचल तेज हो गई है। कई मानवाधिकार संगठनों ने भी NSA लगाने के तरीके और इसके पीछे की मंशा पर सवाल उठाए हैं। उनका मानना है कि किसी भी लोकतांत्रिक देश में बिना अदालत की अनुमति और कानूनी प्रक्रिया के किसी नागरिक को लंबे समय तक हिरासत में रखना गंभीर चिंता का विषय है।
अब सबकी निगाहें हाईकोर्ट पर टिकी हैं कि क्या अदालत NSA जैसे सख्त कानून के तहत की गई कार्रवाई को जायज ठहराएगी या इसे अवैध घोषित करेगी। यह मामला न सिर्फ कानूनी रूप से अहम बन गया है, बल्कि यह देश में नागरिक अधिकारों और लोकतंत्र की रक्षा को लेकर भी एक बड़ा उदाहरण बन सकता है।
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