पंजाब विश्वविद्यालय और सप्तसिंधु निवेदिता ट्रस्ट द्वारा पंजाबी लेखक-कवि पद्मश्री स्वर्गीय डॉ. सुरजीत पातर की स्मृति में स्मारक कार्यक्रम का आयोजन
चंडीगढ़: पंजाब यूनिवर्सिटी के लॉ ऑडिटोरियम में पंजाब यूनिवर्सिटी और सप्तसिंधु निवेदिता ट्रस्ट द्वारा पंजाब के प्रतिष्ठित लेखक और कवि पद्मश्री स्वर्गीय सुरजीत सिंह पातर जी की स्मृति में गत रविवार सप्तसिन्धु पातर यादगारी स्मारोह का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित उपस्थित थे, जबकि पंजाब यूनिवर्सिटी की कुलपति रेणु विग कार्यक्रम की अध्यक्षता की। विशेष अतिथियों में स्वर्गीय पातर की पत्नी श्रीमती भूपिंदर कौर पातर, उनके पुत्र मनराज पातर और उनके छोटे भाई उपकार सिंह पातर शामिल थे। उन्होंने मिलकर पातर साहब की रचनाएँ गाईं, जिससे श्रोताओं को स्वर्गीय पातर की उपस्थिति की अनुभूति प्रदान की।
राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने स्वर्गीय सुरजीत पातर के साहित्य में महत्वपूर्ण योगदान को सराहा तथा पंजाबी संस्कृति के प्रति उनके प्रेम को अद्वितीय बताया। कार्यक्रम की शुरुआत में पांच प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय कवियों श्री कुमार अनुपम, चन्द्र भान ख़्याल, सवर्णजीत सवी (चेयरमैन, पंजाब आर्ट कौंसिल, पंजाब), डॉ मनमोहन सिंह (सेवामुक्त आई पी एस )और जसवंत सिंह ज़फ़र ( डायरेक्टर भाषा विभाग, पंजाब) ने कविता के माध्यम द्वारा स्वर्गीय पातर को श्रद्धांजलि अर्पित की। अमरजीत सिंह ग्रेवाल (पंजाबी चिंतक और आलोचक) और डॉ वीरेंद्र गर्ग (संस्थापक सपातसिन्धु – निवेदिता) ने पातर जी से अपनी यादें श्रोताओं से सांझी की । जीवन के लगभग सभी क्षेत्रों के दिग्गज़ों ने पातर जी को श्रद्धॉंजलि अर्पित करते हुए उनके परिवार जनों को सम्मानित किया, सर्वेश कौशल (सेवामुक्त आई ए एस) धर्मपाल (सेवामुक्त आई ए एस), ईश्वर सिंह, डॉ सुमन सिंह, हरीश जैन (यूनिस्टार), ज़ोरा सिंह (कुलपति देशभगत यूनिवर्सिटी), स्वर्ण सिंह सलारिया (दुबई), श्रीमती सपना नंदा, श्रीमती अनिता कौशल, श्रीमति नीरू मलिक, बाबा भूपेन्द्र सिंह और बलराज ओबराय बाज़ी ने करोड़ों पंजाबियो के प्रतिनिधी के नाते पातर जी को श्रद्धांजलि दी और पातर परिवार को सम्मान चिन्ह भेंट किए।
पंजाब से 500 से अधिक लेखक, कवि, बुद्धिजीवी, शिक्षक और प्रशंसक श्री पातर जी के प्रति अपना प्यार और सम्मान व्यक्त करने के लिए एकत्र हुए। सभागार भावनाओं से गूंज उठा, एक छोटे पंजाब की तरह, क्योंकि राज्य के हर कोने से लोग अपने प्रिय कवि को सम्मानित करने के लिए सभी यहाँ एकत्र हुए थे।
स्वर्गीय पद्मश्री पातर की स्मृति में, सप्तसिंधु टीम ने एक स्मारक पोस्टर जारी किया। आए हुए लेखकों और विशिष्ट मेहमानों को पातर जी की पुस्तकों का एक सेट और स्मारक पोस्टर भेंट स्वरूप दिया गया। श्रीमती भूपेन्द्र कौर पातर, उपकार सिंह पातर और मनराज सिंह पातर ने समाज के सभी वर्गों से मिले अपार प्रेम और समर्थन के लिए हार्दिक आभार व्यक्त किया।
(युद्धवीर सिंह की रिपोर्ट)
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