हरियाणा में ब्लैकआउट के साथ युद्ध अभ्यास
सायरन बजते ही अंधेरे में डूबे शहर, पंजाब-चंडीगढ़-शिमला में भी मॉक ड्रिल…..
चंडीगढ़ : हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़ और शिमला में गुरुवार को अचानक एक ऐसा नजारा देखने को मिला जिसने लोगों को चौंका दिया। शाम होते ही सायरन बजने लगे और देखते ही देखते पूरा इलाका अंधेरे में डूब गया। यह कोई तकनीकी खराबी नहीं बल्कि एक सुनियोजित मॉक ड्रिल थी, जिसका मकसद था युद्ध जैसी आपातकालीन स्थिति में तैयारियों को परखना और जनता को ऐसे हालात में सतर्क करना।
हरियाणा के अंबाला, करनाल, पानीपत समेत कई जिलों में बिजली सप्लाई को नियोजित ढंग से आधे घंटे के लिए बंद कर दिया गया। साथ ही सायरन बजाकर लोगों को अलर्ट किया गया ताकि वे जान सकें कि अगर कभी कोई वास्तविक युद्ध या हमला होता है तो किस तरह की स्थिति का सामना करना पड़ सकता है। यह मॉक ड्रिल सेना, पुलिस, नागरिक प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त प्रयास से की गई थी और इसे युद्ध स्थितियों की तैयारी के तहत किया गया अभ्यास माना जा रहा है।
पंजाब और चंडीगढ़ में भी इसी प्रकार की तैयारी देखी गई। शिमला जैसे हिल स्टेशन पर भी इस तरह का अभ्यास पहली बार देखने को मिला। दिन में मॉक ड्रिल के दौरान विशेष टीमें विभिन्न क्षेत्रों में पहुंचीं और यह जांचा कि किस विभाग की प्रतिक्रिया कितनी तेज और प्रभावी है। अस्पतालों, फायर ब्रिगेड, ट्रैफिक पुलिस और अन्य आपातकालीन सेवाओं को खास निर्देश दिए गए थे कि वे इस दौरान अलर्ट पर रहें और वास्तविक स्थिति की तरह कार्य करें।
प्रशासन का कहना है कि यह ड्रिल पूरी तरह से सफल रही और इससे न केवल विभागीय तैयारियों की समीक्षा हो सकी, बल्कि आम लोगों में भी जागरूकता बढ़ी। नागरिकों को पहले ही सूचित कर दिया गया था कि यह एक पूर्व निर्धारित अभ्यास है ताकि अफवाह या घबराहट की स्थिति न बने। अधिकारियों का मानना है कि आने वाले समय में इस तरह के और भी अभ्यास किए जाएंगे जिससे राज्य किसी भी आपदा से निपटने में सक्षम रहे।
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