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हरियाणा में डीएपी खाद की किल्लत: पांच जिलों में स्टॉक खत्म, जींद में थाने में बांटी जा रही खाद

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चंडीगढ़। हरियाणा में डीएपी खाद की किल्लत से किसान परेशान हैं। प्रदेश के कई जिलों में खाद का स्टॉक खत्म हो चुका है और किसान इसको प्राप्त करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। स्थिति इतनी गंभीर हो गई है कि पुलिस स्टेशन में कड़ी सुरक्षा के बीच किसानों को खाद बांटी जा रही है।

हरियाणा के हिसार, भिवानी, चरखीदादरी, फतेहाबाद और नारनौल जैसे जिलों में डीएपी का स्टॉक पूरी तरह खत्म हो चुका है। किसानों को खाद के लिए घंटों लाइन में लगना पड़ रहा है। जींद में तो पुलिस थाने में खाद वितरित की गई, जबकि सरकार का दावा है कि राज्य में 25,000 टन खाद का स्टॉक मौजूद है, लेकिन यह स्टॉक जिलों में खत्म हो चुका है।

केंद्र सरकार द्वारा खाद की आपूर्ति में देरी के कारण गेहूं की बिजाई पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है। किसानों का कहना है कि अगर खाद की आपूर्ति इसी गति से होती रही तो गेहूं की बिजाई में देरी हो सकती है। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि 15 नवंबर तक गेहूं की बिजाई का कार्य लगभग पूरा हो जाता है, लेकिन इस साल पछेती बिजाई होने की संभावना है।
कांग्रेस राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार किसानों की समस्याओं से अनजान है। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री किसानों को राहत देने के बजाय सिर्फ बयानबाजी कर रहे हैं।
सरकार ने खाद की आपूर्ति में सुधार के लिए 1.10 लाख टन डीएपी खाद आवंटित किया है, लेकिन खाद के स्टॉक की कमी बनी हुई है, जिससे गेहूं की बिजाई में देरी हो सकती है।
हरियाणा में डीएपी खाद की किल्लत से किसानों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। पांच जिलों में खाद का स्टॉक खत्म हो गया है, और जींद में थाने में कड़ी सुरक्षा के बीच खाद वितरित की जा रही है।


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