लुधियाना में पावरकाम कर्मी सामूहिक छुट्टी पर - News On Radar India
News around you

लुधियाना में पावरकाम कर्मी सामूहिक छुट्टी पर

तीन दिन बिजली सेवाएं प्रभावित, 40 लाख लोग परेशानी झेलेंगे……

5

लुधियाना और आसपास के इलाकों में बिजली सेवाएं अगले तीन दिनों तक प्रभावित रहने वाली हैं, क्योंकि पावरकाम के कर्मचारी आज से सामूहिक छुट्टी पर चले गए हैं। कर्मचारियों के इस फैसले से लगभग 40 लाख की आबादी पर सीधा असर पड़ेगा। यदि इन दिनों में किसी क्षेत्र में बिजली गुल होती है, तो उसके सुधार कार्य में देरी होने की पूरी संभावना है।

कर्मचारी यूनियन का कहना है कि वे लंबे समय से अपनी विभिन्न मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन प्रबंधन और सरकार उनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रहे। वेतनमान, पदोन्नति, स्थायी भर्ती और कार्य स्थितियों में सुधार उनकी प्रमुख मांगों में शामिल हैं। कई दौर की बैठकों के बावजूद कोई ठोस समाधान न निकलने पर उन्होंने यह सामूहिक छुट्टी लेने का निर्णय लिया।

यूनियन नेताओं का आरोप है कि बिजली विभाग में कर्मचारियों की भारी कमी है, जिसके कारण मौजूदा स्टाफ पर अत्यधिक कार्यभार है। इसके अलावा, पुराने उपकरणों और अपर्याप्त संसाधनों के कारण काम करना और भी कठिन हो गया है। कर्मचारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, वे आंदोलन जारी रखेंगे।

इस हड़ताल का असर शहर और ग्रामीण दोनों इलाकों में महसूस किया जाएगा। गर्मी के मौसम में पहले से ही बिजली की मांग अधिक है, और ऐसे में अगर सप्लाई बाधित हुई तो लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। घरेलू उपभोक्ताओं के साथ-साथ उद्योगों और व्यवसायों पर भी इसका नकारात्मक असर पड़ेगा, खासकर उन यूनिट्स पर जो बिजली पर पूरी तरह निर्भर हैं।

पावरकाम प्रबंधन ने लोगों से अपील की है कि वे बिजली का इस्तेमाल सोच-समझकर करें और अनावश्यक उपकरण बंद रखें, ताकि ग्रिड पर अतिरिक्त भार न पड़े। साथ ही, उन्होंने बताया कि आवश्यक सेवाओं को बनाए रखने के लिए इमरजेंसी टीमें तैयार रहेंगी, लेकिन उनकी क्षमता सीमित होगी।

प्रशासन की ओर से भी स्थिति पर नजर रखी जा रही है। पुलिस और जिला प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके। हालांकि, आम लोगों में चिंता है कि अगर लंबे समय तक बिजली गुल रही, तो पानी की सप्लाई, अस्पताल सेवाएं और संचार नेटवर्क पर भी असर पड़ेगा।

लुधियाना के उद्योगपतियों और व्यापार मंडलों ने सरकार से अपील की है कि वह जल्द से जल्द कर्मचारी नेताओं से बातचीत कर इस मसले का हल निकाले, ताकि शहर की अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव न पड़े।

You might also like

Leave A Reply

Your email address will not be published.