मोगा में दो एसडीएम और दो SHO को जारी किए गए कारण बताओ नोटिस
चंडीगढ़। मोगा जिले में खेतों में आग लगने की घटनाओं को लेकर जिला प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई की है। उपायुक्त विशेष सारंगल ने जानकारी दी कि 61 व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है, और उनके भूमि रिकॉर्ड में रेड एंट्री की गई है। इसके साथ ही दोषी किसानों पर 1,72,500 रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है।
अब तक मोगा में 87 आग लगने की घटनाएं सामने आई हैं। प्रशासन ने इस संबंध में दो उप-विभागीय मजिस्ट्रेट (एसडीएम) और दो स्टेशन हाउस अधिकारियों (SHO) सहित कई अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। नोटिस प्राप्त करने वाले अधिकारियों में एसडीएम (मोगा) सारंगप्रीत सिंह औजला, एसडीएम (बाघापुराणा) बेअंत सिंह सिद्धू, खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी (निहाल सिंह वाला) रूपिंदर कौर, SHO (बाघापुराणा) जसवरिंदर सिंह, SHO (धर्मकोट) जतिंदर सिंह और अन्य शामिल हैं।
डीसी ने बताया कि राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) और पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के निर्देशों के अनुसार धान की फसल के बाद पराली जलाने को रोकने के लिए ठोस प्रयास किए जा रहे हैं। आग की घटनाओं को रोकने और किसानों के बीच जागरूकता बढ़ाने के लिए 23 क्लस्टर अधिकारियों की देखरेख में 146 नोडल अधिकारियों को तैनात किया गया है।
पंजाब के कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुडियन ने भी कहा कि उनके विभाग ने 21,958 फसल अवशेष प्रबंधन मशीनें मंजूर की हैं, जिनमें से किसानों ने इस साल अब तक 14,587 मशीनें खरीद ली हैं। इस प्रकार, 2018 के बाद से राज्य में सीआरएम मशीनों की संख्या 1.45 लाख हो गई है।
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