अमृतसर : भारत और अफगानिस्तान के बीच व्यापारिक गतिविधियों को लेकर एक बड़ा घटनाक्रम सामने आया है जिसमें पाकिस्तान ने 150 अफगान ट्रकों को भारत भेजने की इजाजत दे दी है ये ट्रक अफगानिस्तान से सूखे मेवे और अन्य सामान लेकर पाकिस्तान के रास्ते भारत आने वाले हैं लेकिन अभी भी भारत की ओर से ICP यानी इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट पर मंजूरी मिलना बाकी है जिससे फिलहाल यह व्यापार शुरू नहीं हो पाया है
इस घटनाक्रम की पृष्ठभूमि में कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले को भी अहम माना जा रहा है इस हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच पहले से ही तनावपूर्ण संबंधों में और अधिक सख्ती आई है और सुरक्षा कारणों के चलते अफगान ट्रांजिट रूट को फिलहाल बंद कर दिया गया है बताया जा रहा है कि इसके चलते 3800 करोड़ रुपये का व्यापार प्रभावित हुआ है
अफगानिस्तान से भारत तक आने वाला व्यापार मुख्य रूप से पाकिस्तान के रास्ते होता है क्योंकि भारत और अफगानिस्तान के बीच कोई सीधा ज़मीनी रास्ता नहीं है इस रूट के जरिए सूखे मेवे, अनार, किशमिश, औषधीय जड़ी-बूटियाँ और अन्य आयात वस्तुएँ भारत पहुंचती हैं इस व्यापार में सबसे बड़ा योगदान दिल्ली और पंजाब की मंडियों का होता है जहां यह माल खपत होता है
सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान ने यह इजाजत काबुल और इस्लामाबाद के बीच हालिया बातचीत के बाद दी है लेकिन भारत की ओर से सुरक्षा के दृष्टिकोण से फिलहाल इस अनुमति को रोका गया है अधिकारी यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि किसी भी प्रकार का माल या ट्रक किसी खतरे को लेकर भारत में प्रवेश न करे अफगान व्यापारिक संगठनों ने इस देरी पर चिंता जताई है और भारत सरकार से जल्द ICP मंजूरी की अपील की है
इस व्यापार से न केवल भारत और अफगानिस्तान को लाभ होता है बल्कि पाकिस्तान को भी ट्रांजिट शुल्क के रूप में मोटी रकम मिलती है ऐसे में यह रूट बंद रहना सभी पक्षों के लिए घाटे का सौदा है अब सबकी निगाहें भारत सरकार की मंजूरी पर टिकी हैं जिससे व्यापारिक गतिविधियाँ दोबारा शुरू हो सकें और सभी देशों को राहत मिले
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