पूर्व मुख्यमंत्री जयराम बाढ़ पीड़ितों की सुध लेने तीन दिन में 100 km चले
मंडी की सांसद कंगना रनौत ने भी आज इलाके की सुध ली, मीडिया से पावर-विहीन होने का रोना रोया!
मंडी (हिमाचल प्रदेश) : जनसेवा क्या होती है जयराम ठाकुर इसका जीता जागता उदाहरण बन चुके हैं। पिछले तीन दिन में ये शख्स करीब 100 किलोमीटर का सफर पैदल कर चुका है और करीब 15 पंचायतों में घूमकर लोगों का दुःख दर्द बंटा चूका हैऔर यह क्रम जारी है। कुकलाह से बाड़ा , कान्ढा , शरण, मुहराग, बगस्याड, थुनाग
, लम्बा थाचा…गाँव दर गाँव तबाही का जायज़ा लेने निकले जयराम ठाकुर ने इतना सफर अपने किसी चुनाव में वोट मांगने के लिए पैदल नहीं किया।
मुझे उनका पहला चुनाव याद है तब वे गाँव दर गाँव ऐसे ही गए थे, लेकिन तब गाड़ी की सुविधा उपलब्ध थी। इस बार परिस्थितियां अलग हैं। उनकी जगह कोई और होता तो पहले दिन से अख़बारों में ब्यान दागना शुरू कर देता के ये नहीं हुआ , वो नहीं हुआ —- लेकिन जयराम ने बाढ़ आने की अगली सुबह ही हालात का जायज़ा लने का काम शुरू कर दिया। तुरंत केंद्र से मदद मांगी गयी और सेना के दो हेलीकाप्टर मंडी पहुंचे जो अब तक मदद में जुटे हैं। जयराम ठाकुर जानते हैं के जो तबाही हुई है उसकी भरपाई बरसों नहीं हो सकेगी। ..
लेकिन उनके दिल में अपनी जनता के लिए जो प्यार है वैसा भी हमने किसी और नेता के दिल में नहीं देखा। खुदा न करे कि किसी के क्षेत्र में ऐसा हो और तब उन्हें परखा जाए लेकिन बिना खाये पिए, बस लोगों से मिलना ,उनकी चिंता, उनका दुःख सुनना, यह बड़ी बात है इसके लिए एक विशेष जूनून चाहिए जो जयराम में साफ़ दिखता है। बाकी कहने को बड़ा कुछ है जिसके लिए शब्दसीमा छोटी पड़ जाती है।इस संकट के समय में किसी की आलोचना भी सही नहीं … लेकिन इतना जरूर लिखेंगे के जयराम जी आपने एक नज़ीर पेश की है। ..काश बाकि लोग इससे कुछ सीखें| (हिमाचल के मुख्य संवाददाता स्वर्ण दीपक रैना की रिपोर्ट)