पंजाब की मंडियों में 39.15 लाख मीट्रिक टन गेहूं की हुई आमद: हरचंद सिंह बरसट
मंडियों में किसानों, आढ़तियों, मजदूरों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए पुख़्ता प्रबंध किए गए हैं
मोहाली:– पंजाब मंडी बोर्ड के चेयरमैन स. हरचंद सिंह बरसट ने बताया कि राज्य की मंडियों में गेहूं की आमद और खरीद का कार्य जोरों से चल रहा है। मंडियों में किए गए प्रबंधों के चलते किसी को भी कोई समस्या नहीं आने दी जा रही। राज्य की मंडियों में अब तक 39.15 लाख मीट्रिक टन गेहूं की आमद हो चुकी है, जिसमें से 35.09 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हो चुकी है।
उन्होंने आगे बताया कि रबी सीजन 2025-26 के दौरान मंडियों में किसानों, आढ़तियों, मजदूरों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए पुख़्ता प्रबंध किए गए हैं। उन्होंने बताया कि राज्य की मंडियों में अब तक 39.15 लाख मीट्रिक टन गेहूं की आमद हो चुकी है और 35.09 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद भी हो चुकी है, जिसमें से 31.34 लाख मीट्रिक टन की सरकारी और 3.75 लाख मीट्रिक टन गेहूं की प्राइवेट स्तर पर खरीद की जा चुकी है। स. बरसट ने बताया कि 20 अप्रैल को राज्य की मंडियों में 10.12 लाख मीट्रिक टन गेहूं की आमद और 9.59 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हुई।
उन्होंने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार हमेशा किसानों के साथ खड़ी है और गेहूं की खरीद संबंधी किसानों को मंडियों में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं आने दी जाएगी। मंडियों में किसानों, आढ़तियों, मजदूरों को किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए पुख़्ता इंतज़ाम किए गए हैं।
मंडियों में सफाई, पीने का पानी, शौचालय, छाया और बैठने के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। उन्होंने बताया कि किसानों को फसल की अदायगी तुरंत उनके बैंक खातों में की जा रही है। पंजाब मंडी बोर्ड के चेयरमैन ने बताया कि खरीद प्रबंधों को सुचारू ढंग से चलाने के लिए मंडी बोर्ड के अधिकारियों द्वारा मंडियों में जाकर खरीद प्रबंधों की जांच की जा रही है और समस्याओं का मौके पर ही हल किया जा रहा है।
इसके साथ ही मंडी बोर्ड के हेड आफिस में कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है। उन्होंने बताया कि मंडी बोर्ड द्वारा गेहूं की खरीद करवाने के लिए कुल 1865 पक्की मंडियां घोषित की गई हैं, जिसमें 152 मुख्य यार्ड, 285 सब-यार्ड और 1428 खरीद केंद्र शामिल हैं। इसके अतिरिक्त 903 अस्थायी मंडियां भी घोषित की जा चुकी है| (डी.पी.आर के इनपुट सहित)
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