News around you

चंडीगढ़ में बिना फिटनेस वाहन होंगे जब्त

दो साल से बिना फिटनेस चल रहे वाहन सीधे स्क्रैप सेंटर भेजे जाएंगे

20

चंडीगढ़ : में सड़कों पर बिना फिटनेस टेस्ट पास किए दौड़ते पुराने वाहनों के खिलाफ अब प्रशासन ने बड़ा कदम उठाया है। यूटी प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि ऐसे वाहन जो पिछले दो सालों से फिटनेस टेस्ट नहीं करवा रहे या जो फिटनेस टेस्ट में फेल हो चुके हैं, अब केवल चालान नहीं किए जाएंगे बल्कि सीधे जब्त कर स्क्रैप सेंटर भेजे जाएंगे। यह फैसला सड़कों पर बढ़ते प्रदूषण, दुर्घटनाओं की आशंका और यातायात नियमों की अनदेखी को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।

प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी दी कि इस नियम को लागू करने की जिम्मेदारी स्टेट ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी और ट्रैफिक पुलिस की संयुक्त रूप से होगी। आने वाले दिनों में इस अभियान को जोर-शोर से चलाया जाएगा। जिन वाहन चालकों के वाहन दो साल से फिटनेस टेस्ट नहीं करवा पाए हैं, उन्हें भी पहले ही नोटिस भेजा जाएगा। यदि तय समय सीमा में फिटनेस प्रमाण पत्र प्रस्तुत नहीं किया गया तो वाहन जब्त कर स्क्रैप सेंटर में भेज दिए जाएंगे।

केंद्र सरकार ने हाल ही में चंडीगढ़ प्रशासन को इस संबंध में निर्देशित किया था। इस पत्र में सड़कों पर फिटनेस विहीन और पुराने वाहनों के कारण बढ़ते प्रदूषण और यातायात के खतरों पर चिंता जताई गई थी। चंडीगढ़ प्रशासन ने तुरंत संज्ञान लेते हुए यह सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया है। इस अभियान से न केवल शहर में ट्रैफिक की स्थिति बेहतर होगी बल्कि वायु प्रदूषण में भी कमी आने की उम्मीद है। प्रशासन ने वाहन मालिकों से अपील की है कि वे समय-समय पर अपने वाहनों का फिटनेस टेस्ट अवश्य करवाएं ताकि सड़कों पर सुरक्षित और पर्यावरण अनुकूल यातायात व्यवस्था बनी रहे।

इस कदम का शहरवासियों में मिला-जुला असर देखा जा रहा है। जहां एक ओर लोग प्रशासन के फैसले को सकारात्मक मान रहे हैं, वहीं कुछ वाहन मालिक इसे अचानक लिया गया सख्त कदम मान रहे हैं। प्रशासन का कहना है कि यह फैसला जनता की सुरक्षा और पर्यावरण हित में लिया गया है और इसमें किसी प्रकार की कोताही नहीं बरती जाएगी।


Discover more from News On Radar India

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

You might also like

Leave A Reply

Your email address will not be published.