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चंडीगढ़ में पांच साल का बच्चा घर से गायब, पुलिस ने चार घंटे में खोजकर परिजनों के हवाले किया

मनीमाजरा में बच्चा गायब हुआ, पुलिस की त्वरित कार्रवाई से हुआ सकुशल बरामद"

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चंडीगढ़:  चंडीगढ़ के मनीमाजरा क्षेत्र में शनिवार को एक पांच साल का बच्चा घर से अचानक गायब हो गया। हालांकि, पुलिस की त्वरित कार्रवाई से बच्चा महज चार घंटे में सकुशल बरामद होकर परिजनों के पास लौट आया।

घटना का विवरण:
पिपली वाला टाउन के मकान नंबर-448 में रहने वाले एक परिवार का पांच साल का बच्चा शनिवार दोपहर करीब एक बजे अचानक घर से गायब हो गया। इसके बाद, परिजनों ने दो घंटे तक खुद बच्चे की खोजबीन की, लेकिन जब बच्चा नहीं मिला तो उन्होंने मनीमाजरा थाना पुलिस को सूचना दी।

पुलिस की त्वरित कार्रवाई:
पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए, थाना प्रभारी राम दयाल के नेतृत्व में एक टीम बनाई। दो घंटे की मेहनत के बावजूद बच्चा नहीं मिला। इसके बाद, पुलिस ने बच्चे का पोस्टर तैयार किया और व्हाट्सएप ग्रुप पर साझा किया। साथ ही, शांति नगर और पिपली वाला टाउन में तैनात पुलिसकर्मी वजीर सिंह ने इलाके में जाकर लोगों से मदद मांगी और एंनाउंसमेंट भी की।

इसके अलावा, थाने के मुंशी दीपक ने शिवालिक गार्डन में जाकर जांच शुरू की। कुछ बच्चों ने बताया कि उन्होंने गायब हुए बच्चे को देखा था। इसके बाद पुलिस ने गलियों और बाजारों में तलाश की, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली।

खोज की सफलता:
शाम के करीब 5:30 बजे के बाद, पुलिस को कुछ स्थानीय लोगों ने बताया कि बच्चे को ओल्ड रोपड़ रोड के पास मनसा देवी चौहारे के पास देखा गया था। यहां से पता चला कि बच्चे को एक रेहड़ी वाला ले गया था। पुलिस ने उस तक पहुंचने के बाद बच्चे को बरामद किया।

बच्चे की सकुशल बरामदगी:
आखिरकार, बच्चे को मनसा देवी रोड पर स्थित एक मस्जिद के बाहर से बरामद किया गया। थाना प्रभारी राम दयाल ने बच्चे को सकुशल परिजनों के हवाले किया।

समुदाय की मदद:
इस घटना में पुलिस की त्वरित और समन्वित कार्रवाई के साथ-साथ समुदाय की सक्रिय भागीदारी भी महत्वपूर्ण रही, जिसने पूरे इलाके में मदद का हाथ बढ़ाया।

निष्कर्ष:
चंडीगढ़ पुलिस की तत्परता और क्षेत्रीय पुलिसकर्मियों की मेहनत ने एक बच्चे को सुरक्षित घर वापस लौटाने में अहम भूमिका निभाई, और यह घटना यह साबित करती है कि यदि समुदाय और पुलिस मिलकर काम करें तो किसी भी संकट को जल्द सुलझाया जा सकता है।

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