चंडीगढ़ ट्रैफिक होगा हाईटेक, लगे ITMS कैमरे
65 नए जंक्शनों पर लगेंगे कैमरे, हर गलती पर कटेगा चालान
चंडीगढ़ की सड़कों पर अब ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करना आसान नहीं रहेगा। शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को और अधिक सख्त और स्मार्ट बनाने के लिए अब 65 नए ट्रैफिक जंक्शनों पर ITMS (इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम) कैमरे लगाए जाएंगे। इसका मकसद ट्रैफिक नियमों को बेहतर तरीके से लागू करना और लोगों को सड़कों पर अनुशासित बनाना है।
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत अब तक शहर में कुल 2130 सीसीटीवी कैमरे लगाए जा चुके हैं। इनमें से 697 कैमरे इंजीनियरिंग विभाग की निगरानी में हैं, जबकि 1433 कैमरे चंडीगढ़ पुलिस के अंतर्गत आते हैं। ये कैमरे शहर के प्रमुख ट्रैफिक लाइट पॉइंट्स और चौकों पर स्थापित हैं, जो लगातार ट्रैफिक गतिविधियों की निगरानी कर रहे हैं।
अब जब ये 65 नए जंक्शन भी कवर हो जाएंगे, तो ट्रैफिक मैनेजमेंट और भी मजबूत होगा। शहर के नागरिकों के लिए यह बदलाव इसलिए जरूरी है क्योंकि ट्रैफिक नियमों की अनदेखी अब तुरंत कैमरे में रिकॉर्ड होगी और उसके आधार पर ऑटोमैटिक चालान जनरेट किया जाएगा।
ट्रैफिक पुलिस के अनुसार, यह नई तकनीक नागरिकों की सुरक्षा के लिए है। इसके जरिए दुर्घटनाओं की संख्या को कम किया जा सकेगा और ट्रैफिक की स्पीड व रूटीन को भी बेहतर तरीके से मॉनिटर किया जाएगा। इस पहल के पीछे सोच है कि लोग अपने आप ट्रैफिक नियमों के पालन की ओर बढ़ें। जब उन्हें लगेगा कि हर मोड़ पर कैमरा है और हर गलती दर्ज हो रही है, तो वो स्वतः ही ट्रैफिक सिग्नल तोड़ने, हेलमेट न पहनने या मोबाइल पर बात करते हुए ड्राइव करने से बचेंगे।
चंडीगढ़ पुलिस की मानें तो ITMS सिस्टम न सिर्फ चालान काटने का काम करेगा, बल्कि ट्रैफिक लोड और पैटर्न को समझने में भी मदद करेगा। इससे ट्रैफिक की भीड़ को नियंत्रित करने और जरूरत के अनुसार रूट बदलने की रणनीति बनाई जा सकेगी। शहरवासियों के लिए यह कदम एक चेतावनी भी है और एक सुविधा भी। उन्हें अब ट्रैफिक नियमों का पालन और सतर्कता दिखानी होगी, वरना चालान उनके घर पर पहुंच जाएगा।