क्या बिश्नोई-गोदारा गैंग पर AGTF की कार्रवाई बनी बड़ी सफलता..
पंजाब AGTF के शिकंजे में आए दो गैंगस्टर, हथियार और कारतूस बरामद, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फरार आरोपी भी दबोचा..
चंडीगढ़ / पंजाब : में गैंगस्टर नेटवर्क पर शिकंजा कसते हुए एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) ने बिश्नोई-गोदारा गैंग से जुड़े दो शातिर गुर्गों को गिरफ्तार किया है। इस बड़ी कार्रवाई के दौरान पुलिस ने उनके कब्जे से एक .32 बोर की पिस्तौल और सात जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से एक जश्न संधू है, जो राजस्थान के गंगानगर में वर्ष 2023 में हुए एक चर्चित हत्याकांड का वांछित आरोपी है।
पुलिस के मुताबिक जश्न संधू पिछले कई वर्षों से गिरफ्तारी से बचने के लिए लगातार अपने ठिकाने बदल रहा था और वह जॉर्जिया, अजरबैजान, सऊदी अरब और दुबई जैसे देशों में रहकर पुलिस को चकमा देता रहा। लेकिन पंजाब AGTF की सतर्क निगरानी और खुफिया जानकारी के आधार पर उसे आखिरकार पकड़ा गया। यह गिरफ्तारी गैंगस्टर नेटवर्क पर एक बड़ी चोट मानी जा रही है क्योंकि बिश्नोई-गोदारा गैंग लंबे समय से उत्तर भारत में सक्रिय है और कई संगीन अपराधों में शामिल रहा है।
इस कार्रवाई से यह भी संकेत मिलता है कि राज्य पुलिस अब इन संगठित अपराधियों पर सिर्फ स्थानीय स्तर पर ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन तक पहुंच बनाकर काम कर रही है। आरोपी के पास से बरामद हथियार यह भी दर्शाते हैं कि ये अपराधी किस स्तर की तैयारी के साथ गतिविधियों को अंजाम देते हैं और कैसे आम जनता की सुरक्षा के लिए खतरा बने हुए हैं।
AGTF की यह कार्रवाई न केवल एक बड़ी उपलब्धि है, बल्कि इससे भविष्य में और भी बड़ी साजिशों को रोकने की दिशा में मदद मिलेगी। पुलिस अब गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर रही है जिससे इस नेटवर्क से जुड़े और भी अपराधियों की पहचान और गिरफ्तारी संभव हो सकेगी।
सरकार और पुलिस की यह संयुक्त कार्रवाई राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने के प्रयासों को बल देती है और साथ ही यह संदेश भी देती है कि अपराध कितना भी बड़ा हो, कानून से बच पाना अब आसान नहीं होगा।
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