आरईसी बनी पहली भारतीय आईएसओ 31000:2018 प्रमाणन प्राप्त सार्वजनिक क्षेत्र गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी
नई दिल्ली – आरईसी लिमिटेड, केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम और अग्रणी एनबीएफसी, महारत्न को अपने उद्यम-व्यापी जोखिम प्रबंधन ढाँचे के लिए आईएसओ 31000:2018 (जोखिम प्रबंधन – दिशानिर्देश) प्रमाणन प्राप्त हुआ है। यह महत्वपूर्ण उपलब्धि आरईसी को ब्रिटिश मानक संस्थान (बीएसआई) से यह प्रमाणन प्राप्त करने वाली पहली भारतीय सार्वजनिक क्षेत्र की गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) बनाती है।
कंपनी द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, आईएसओ 31000:2018 एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त मानक है जो प्रभावी जोखिम प्रबंधन के लिए सिद्धांत और दिशानिर्देश प्रदान करता है। यह जोखिम प्रबंधन और न्यूनीकरण के मोर्चे पर आरईसी को महत्वपूर्ण मूल्य प्रदान करने हेतु सर्वोत्तम जोखिम प्रबंधन प्रथाओं को अपनाने के हमारे प्रयासों का प्रमाण है।
आरईसी के मुख्य जोखिम अधिकारी, सुब्रत ऐच ने कहा, “यह आईएसओ 31000:2018 प्रमाणन उद्यम जोखिम प्रबंधन में उत्कृष्टता के प्रति आरईसी की अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण है।” उन्होंने आगे कहा, “यह दर्शाता है कि आरईसी का जोखिम प्रबंधन के प्रति एक संरचित, व्यापक और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समन्वित दृष्टिकोण है, जो निवेशकों और ऋणदाताओं सहित हमारे सभी हितधारकों के विश्वास को और बढ़ाएगा।”
इस आधिकारिक दस्तावेज को औपचारिक रूप से सुब्रत आइच को विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री श्रीपद येसो नाइक और बीएसआई के भारत प्रमुख – प्रशिक्षण (बिक्री और संचालन) प्रतीक राय द्वारा यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर, द्वारका, नई दिल्ली में आयोजित आरईसी के 56वें स्थापना दिवस के दौरान सौंपा गया।