लुधियाना : शहर में आयोजित स्पोर्ट्स विंग स्कूल्स के ट्रायल में कुल 728 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया, जिसमें विभिन्न खेलों के प्रति छात्रों का उत्साह देखने को मिला। यह ट्रायल शिक्षा विभाग और खेल विभाग के संयुक्त प्रयास से आयोजित किया गया, जिसका उद्देश्य खेल प्रतिभाओं की पहचान कर उन्हें उचित प्रशिक्षण व सुविधा उपलब्ध कराना है।
हालांकि ज्यादातर खेलों में खिलाड़ियों की अच्छी भागीदारी रही, लेकिन खो-खो और कबड्डी जैसे पारंपरिक खेलों में अपेक्षाकृत कम रुचि देखने को मिली। इन दोनों खेलों के लिए मैदान पर बहुत कम खिलाड़ी पहुंचे, जिससे अधिकारियों को भी हैरानी हुई। वहीं दूसरी ओर, एथलेटिक्स, बास्केटबॉल, फुटबॉल और वॉलीबॉल जैसे खेलों में बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
खेल विभाग के अधिकारियों के अनुसार, खिलाड़ियों का रुझान अब आधुनिक व करियर-उन्मुख खेलों की ओर अधिक बढ़ रहा है। एथलेटिक्स में 200 से ज्यादा खिलाड़ियों ने ट्रायल दिया, वहीं फुटबॉल और बास्केटबॉल में भी अच्छा प्रतिस्पर्धात्मक माहौल देखने को मिला। अधिकारियों ने बताया कि चयनित खिलाड़ियों को विशेष स्पोर्ट्स विंग स्कूलों में दाखिला देकर उन्हें उच्च स्तरीय प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
इस आयोजन में बच्चों के साथ उनके अभिभावक भी उत्साहित नजर आए। कई छात्रों ने पहली बार इस तरह के बड़े स्तर पर ट्रायल में हिस्सा लिया और उन्हें इससे प्रेरणा मिली। ट्रायल प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और निष्पक्ष रही, जिसमें खेल विशेषज्ञों की मौजूदगी में प्रतिभाओं का मूल्यांकन किया गया।
हालांकि खो-खो और कबड्डी जैसी पारंपरिक ग्रामीण खेलों में भागीदारी में गिरावट ने चिंता भी जताई है। विशेषज्ञों का मानना है कि इन खेलों को फिर से लोकप्रिय बनाने के लिए स्कूल स्तर पर जागरूकता अभियान और उत्साहवर्धन की ज़रूरत है। कुल मिलाकर यह ट्रायल आयोजन युवाओं की खेल प्रतिभा को निखारने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम रहा, जो आने वाले समय में राज्य को बेहतरीन खिलाड़ी प्रदान कर सकता है।
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