चंडीगढ़ : की सड़कों पर तेज रफ्तार वाहनों पर अब और सख्ती की जाएगी। ट्रैफिक पुलिस ने आधुनिक लीडार गन मंगाई है, जिससे अब रात के समय भी दूर से ही तेज रफ्तार वाहनों की गति को मापा जा सकेगा। पुलिस का यह कदम शहर में लगातार बढ़ रही तेज गति से वाहन चलाने की घटनाओं को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।
पिछले कुछ समय में ट्रैफिक पुलिस ने दुर्घटना रिकॉर्ड का गहन अध्ययन किया है। इस अध्ययन में सामने आया कि देर रात के समय तेज रफ्तार से वाहन चलाने की घटनाएं सबसे अधिक होती हैं। अक्सर सड़कों पर कम ट्रैफिक होने का लाभ उठाकर वाहन चालक गति सीमा को अनदेखा कर देते हैं। यही कारण है कि इन घंटों में दुर्घटनाओं की संख्या में भी बढ़ोतरी देखी गई है।
ऐसे में ट्रैफिक पुलिस ने लीडार गन का उपयोग शुरू किया है। यह एक अत्याधुनिक उपकरण है, जो लंबी दूरी से भी वाहनों की गति को सटीक तरीके से माप सकता है। खास बात यह है कि यह डिवाइस रात के अंधेरे में भी प्रभावी ढंग से काम करती है। इससे पुलिस को तेज रफ्तार वाहनों पर तुरंत कार्रवाई करने में आसानी होगी।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि लीडार गन के इस्तेमाल से न केवल गति को नियंत्रित किया जा सकेगा, बल्कि इससे चालकों में भी डर पैदा होगा और वे ट्रैफिक नियमों का बेहतर पालन करेंगे। आने वाले दिनों में शहर के प्रमुख सड़कों और हाई-रिस्क जोनों में विशेष चेकिंग अभियान चलाया जाएगा।
शहर में रोड सेफ्टी को बढ़ाने के लिए ट्रैफिक पुलिस लगातार नई तकनीकों को अपना रही है। इससे पहले भी कई जगहों पर स्पीड कैमरा, रेड लाइट जंप डिटेक्शन सिस्टम जैसी तकनीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है। लीडार गन के जुड़ने से अब निगरानी व्यवस्था और मजबूत हो जाएगी।
पुलिस का मानना है कि यदि लोग ट्रैफिक नियमों का ईमानदारी से पालन करें और गति सीमा में वाहन चलाएं, तो दुर्घटनाओं में काफी हद तक कमी आ सकती है।
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