पाम संडे पर मसीह भाइचारे का शांति मार्च..
धार्मिक आस्था के साथ मसीह भाइचारे ने पाम संडे पर शांति मार्च किया, अमन और भाईचारे का प्रचार..
अमृतसर : पाम संडे के मौके पर मसीह भाइचारे ने शांति मार्च का आयोजन किया। इस मौके पर सैकड़ों की संख्या में लोग एकत्र हुए और शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए एकता, शांति और भाईचारे का संदेश दिया। पाम संडे, जो ईसाई समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक दिन है, इस दिन को यीशु मसीह की येरुशलम में प्रवेश के रूप में मनाया जाता है।
मार्च में शामिल लोग हाथों में ताजे पाम के पत्ते लिए हुए थे, जो इस दिन की धार्मिक महत्ता को दर्शाते हैं। इस शांति मार्च का मुख्य उद्देश्य समाज में प्रेम, शांति और एकता का संदेश फैलाना था। मार्च में विभिन्न धार्मिक, सामाजिक और राजनीतिक संगठनों के लोग शामिल हुए और उन्होंने शांति और सामूहिक एकता के प्रति अपने समर्थन का इज़हार किया।
मार्च के दौरान कई धार्मिक प्रमुखों और समुदाय के नेताओं ने अपने भाषण दिए, जिसमें उन्होंने दुनिया भर में शांति, प्रेम और भाईचारे की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए हर व्यक्ति को धार्मिक, जातीय और सांस्कृतिक भेदभाव से ऊपर उठकर एकजुट होना होगा।
इस अवसर पर विशेष पूजा भी आयोजित की गई, जिसमें मसीह भाइचारे के अनुयायियों ने प्रभु यीशु से शांति और समृद्धि की कामना की। धार्मिक नेताओं ने पाम संडे के दिन के महत्व को बताते हुए कहा कि यह दिन हम सबको एकजुट होने और समाज में अच्छे कार्यों को बढ़ावा देने की प्रेरणा देता है।
पाम संडे का शांति मार्च एक सशक्त संदेश के रूप में सामने आया, जिसने धार्मिक सहिष्णुता और एकता को प्रोत्साहित किया। इस आयोजन ने समाज में सकारात्मकता और शांति का संदेश दिया, जिसे सभी समुदायों ने सराहा।
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