हिमानी हत्याकांड में फेसबुक दोस्त का हाथ, आरोपी ने ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाया
संबंध बनाने के बाद ब्लैकमेल करने लगी थी हिमानी, आरोपी ने हत्या की साजिश रची….
हरियाणा : हिमानी हत्याकांड में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। मामले में गिरफ्तार आरोपी ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसकी हिमानी से फेसबुक के जरिए दोस्ती हुई थी। धीरे-धीरे दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं और फिर संबंध बन गए। आरोपी का दावा है कि हिमानी उसे लगातार ब्लैकमेल कर रही थी और पैसों की मांग कर रही थी। इस दबाव से परेशान होकर उसने हत्या की साजिश रच डाली।
पुलिस जांच में सामने आया है कि हिमानी और आरोपी की बातचीत सोशल मीडिया पर शुरू हुई थी और कुछ ही महीनों में दोनों के बीच संबंध बन गए। आरोपी का कहना है कि हिमानी ने उसके निजी पलों के वीडियो बना लिए थे और इन्हें सार्वजनिक करने की धमकी देकर वह उसे बार-बार पैसे देने के लिए मजबूर कर रही थी। इसी से तंग आकर उसने यह खौफनाक कदम उठाया। हालांकि, पुलिस अभी इस दावे की सत्यता की जांच कर रही है और हिमानी के फोन व अन्य डिजिटल डिवाइस खंगाले जा रहे हैं ताकि सच्चाई सामने आ सके।
आरोपी ने यह भी कहा कि उसने हत्या की योजना पहले से बना ली थी। वारदात वाले दिन उसने हिमानी को मिलने के लिए बुलाया और जब दोनों अकेले थे, तब उसने उसकी हत्या कर दी। पुलिस अब इस पहलू पर भी जांच कर रही है कि क्या यह अपराध केवल ब्लैकमेलिंग के कारण हुआ या फिर इसके पीछे कोई और वजह थी।
मामले में आरोपी की कानूनी स्थिति को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। यदि वह अदालत में यह साबित कर पाता है कि उसने मानसिक तनाव और ब्लैकमेलिंग के कारण हत्या की, तो उसे कुछ हद तक राहत मिल सकती है। हालांकि, भारतीय कानून के तहत हत्या एक गंभीर अपराध है और केवल ब्लैकमेलिंग का दावा इसे पूरी तरह से न्यायोचित नहीं ठहरा सकता। पुलिस अब आरोपी के दावों की पुष्टि के लिए हिमानी के परिवार और दोस्तों से भी पूछताछ कर रही है।
इस हत्याकांड ने एक बार फिर सोशल मीडिया पर बनने वाले रिश्तों की सच्चाई पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस ने युवाओं को सतर्क रहने और अनजान लोगों पर जल्द भरोसा न करने की सलाह दी है। मामले की पूरी जांच के बाद ही यह साफ हो पाएगा कि आरोपी का दावा कितना सही है और अदालत उसे किस हद तक राहत देती है।
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