रवि अश्विन ने CSK रिटेन पर दी सफाई
पॉडकास्ट में बोले- टीम से अलग होना मेरे लिए मुश्किल नहीं….
भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने हाल ही में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) से रिटेन होने को लेकर उठे सवालों पर अपनी बात रखी है। एक यूट्यूब पॉडकास्ट में बातचीत के दौरान अश्विन ने कहा कि उन्हें टीम से अलग होने में कोई परेशानी नहीं है और यह पूरी तरह प्रोफेशनल क्रिकेट का हिस्सा है।
अश्विन, जिन्होंने आईपीएल में अपने करियर की शुरुआत CSK से की थी, लंबे समय तक इस टीम के अहम खिलाड़ी रहे हैं। उनके बेहतरीन प्रदर्शन ने टीम को कई बार जीत दिलाई है। लेकिन आईपीएल में खिलाड़ियों का टीम बदलना या रिटेन न होना एक सामान्य प्रक्रिया है। इसी संदर्भ में जब उनसे पूछा गया कि क्या CSK से अलग होना उनके लिए भावनात्मक रूप से मुश्किल था, तो उन्होंने साफ शब्दों में कहा, “नहीं, यह खेल का हिस्सा है। मुझे टीम से अलग होने में कोई दिक्कत नहीं।”
उन्होंने आगे कहा कि एक पेशेवर खिलाड़ी होने के नाते उन्हें हमेशा यह समझना होता है कि क्रिकेट में बदलाव आना स्वाभाविक है। टीमें अपनी रणनीति और जरूरत के हिसाब से फैसले लेती हैं, और खिलाड़ियों को इसे स्वीकार करना होता है। अश्विन का मानना है कि एक खिलाड़ी के रूप में यह जरूरी है कि आप हर परिस्थिति में सकारात्मक रहें और अपने प्रदर्शन पर ध्यान दें।
अश्विन ने यह भी बताया कि वह CSK के साथ बिताए समय को हमेशा याद करेंगे। उनके अनुसार, महेंद्र सिंह धोनी और पूरी टीम के साथ काम करना एक शानदार अनुभव था। “CSK ने मेरे करियर को एक नई दिशा दी और मैं हमेशा उनके योगदान का सम्मान करूंगा,” उन्होंने कहा।
इस बयान के बाद क्रिकेट प्रशंसकों में भी चर्चा शुरू हो गई है। कुछ फैंस को लगा कि अश्विन के मन में अब भी CSK के लिए एक खास जगह है, जबकि कुछ का मानना है कि वह अब पूरी तरह नई चुनौतियों के लिए तैयार हैं।
रविचंद्रन अश्विन वर्तमान में भारतीय टेस्ट टीम के सबसे भरोसेमंद गेंदबाजों में से एक हैं और उन्होंने कई महत्वपूर्ण मैचों में भारत को जीत दिलाई है। उनकी रणनीतिक सोच, विविधता भरी गेंदबाजी और शांत स्वभाव उन्हें अलग पहचान देते हैं।
अश्विन का यह साफ-सुथरा जवाब इस बात का संकेत है कि वह खेल में भावनाओं को सम्मान देते हैं, लेकिन फैसलों को पूरी तरह प्रोफेशनल दृष्टिकोण से देखते हैं। उनके मुताबिक, किसी भी खिलाड़ी को चाहिए कि वह बदलाव को अपनाए और अपने खेल पर ध्यान केंद्रित रखे, क्योंकि अंततः मैदान पर प्रदर्शन ही सबसे बड़ी पहचान बनाता है।