मनीष सिसोदिया ने विधेयक पर दी प्रतिक्रिया, सरकार पर साधा निशाना
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मनीष सिसोदिया बोले विधेयक पर प्रतिक्रिया

आप ईमानदार पार्टी, नेताओं की जवाबदेही जरूरी…..

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चंडीगढ़ प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और मंत्रियों को गंभीर अपराध या भ्रष्टाचार के मामलों में हटाने वाले विधेयक पर आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। सिसोदिया ने इस पर अपनी राय व्यक्त करते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी हमेशा से ईमानदारी और पारदर्शिता के सिद्धांतों पर कार्य करती रही है। उनका कहना था कि एक नेता का जनता के प्रति जवाबदेही निभाना सबसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है और इसके लिए कानून और प्रक्रिया का होना आवश्यक है।

सिसोदिया ने जोर देकर कहा कि नेताओं का कार्य और उनके फैसले सीधे जनता के जीवन को प्रभावित करते हैं, इसलिए यदि कोई नेता गंभीर अपराध या भ्रष्टाचार में लिप्त पाया जाता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि आम आदमी पार्टी की नीति हमेशा से यह रही है कि सत्ता में बैठे लोग केवल अपने पद के लिए नहीं, बल्कि जनता के हित के लिए काम करें। उनका मानना है कि विधेयक की यह पहल भारत में राजनीतिक जवाबदेही और पारदर्शिता को और मजबूत करेगी।

सिसोदिया ने यह भी बताया कि आम आदमी पार्टी में शामिल हर नेता और सदस्य को ईमानदारी और जिम्मेदारी के मानकों के अनुसार काम करना सिखाया जाता है। उन्होंने कहा कि पार्टी के लिए यह किसी भी विधेयक या नियम से बढ़कर है कि नेताओं की छवि और उनके कामकाज में स्पष्टता और निष्पक्षता बनी रहे। जनता की उम्मीदों पर खरा उतरना ही एक सच्चे नेता की पहचान है।

इसके साथ ही सिसोदिया ने यह भी स्पष्ट किया कि विधेयक का उद्देश्य केवल सजा देना या किसी को हटाना नहीं है, बल्कि यह सुनिश्चित करना है कि देश में नेताओं की जवाबदेही और शासन में पारदर्शिता बनी रहे। उन्होंने कहा कि अगर सभी राजनीतिक दल और नेताओं ने इस दिशा में सहयोग किया, तो यह देश में भ्रष्टाचार और अनियमितताओं को कम करने में मदद करेगा।

सिसोदिया के अनुसार, आम आदमी पार्टी के लिए ईमानदारी सिर्फ एक नीति नहीं बल्कि जीवन का तरीका है। उन्होंने यह भी कहा कि जनता का भरोसा जीतने और उसे बनाए रखने के लिए नेताओं को हमेशा नैतिक और कानूनी मानकों के अनुसार काम करना चाहिए। इस विधेयक के जरिए अगर नेताओं की जवाबदेही सुनिश्चित होती है, तो यह लोकतंत्र और देश की विकास प्रक्रिया के लिए सकारात्मक कदम होगा।

मनीष सिसोदिया की यह प्रतिक्रिया इस बात को रेखांकित करती है कि राजनीतिक नेतृत्व में पारदर्शिता और जिम्मेदारी कितनी महत्वपूर्ण है और जनता की नजरों में नेता की साख बनाए रखना क्यों आवश्यक है।

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