भिवानी में शिक्षिका हत्या, एसपी का तबादला
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का बड़ा एक्शन, नए एसपी नियुक्त….
हरियाणा के भिवानी में 19 वर्षीय शिक्षिका की निर्मम हत्या ने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया है। निजी स्कूल में पढ़ाने वाली इस युवा शिक्षिका का गला रेतकर कत्ल कर दिया गया, जिसके बाद से इलाके में आक्रोश और भय का माहौल है। घटना सामने आने के बाद हर कोई न्याय और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहा है।
इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सख्त रुख अपनाते हुए तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने भिवानी के पुलिस अधीक्षक मनबीर सिंह का तबादला कर दिया है और उनकी जगह 2014 बैच के आईपीएस अधिकारी सुमित कुमार को नया एसपी नियुक्त किया गया है। मुख्यमंत्री ने साफ किया है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और अपराधियों को किसी भी हाल में छोड़ा नहीं जाएगा।
हत्या की खबर फैलते ही भिवानी के लोग सदमे और गुस्से में आ गए। मृतका की उम्र मात्र 19 साल थी और वह निजी स्कूल में बच्चों को पढ़ाती थी। परिवार वालों का कहना है कि उनकी बेटी पढ़ाई और बच्चों को पढ़ाने को लेकर बेहद गंभीर थी, लेकिन अचानक इस तरह उसकी जिंदगी छीन ली जाएगी, यह किसी ने सोचा भी नहीं था।
पुलिस के शुरुआती जांच में सामने आया है कि घटना को बेहद योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया गया। शिक्षिका को पहले अकेला पाया गया और फिर धारदार हथियार से गला रेत दिया गया। पुलिस ने शक के आधार पर कई लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है और आसपास के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं।
इस हत्या ने न केवल भिवानी बल्कि पूरे हरियाणा में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। लोगों का कहना है कि अगर दिनदहाड़े एक शिक्षिका की इस तरह से हत्या हो सकती है तो आम महिलाओं और लड़कियों की सुरक्षा कितनी दांव पर है, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने घटना पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए पीड़ित परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। उन्होंने पुलिस को आदेश दिया है कि मामले की जांच तेजी से पूरी कर आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाए।
भिवानी के नए एसपी सुमित कुमार ने पदभार संभालते ही कहा कि अपराधियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा और किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि इलाके में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जाएगा ताकि लोग खुद को सुरक्षित महसूस कर सकें।
यह घटना एक बार फिर इस सवाल को खड़ा करती है कि महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सिर्फ कानून बनाना ही काफी नहीं है, बल्कि उसे जमीनी स्तर पर लागू करना भी जरूरी है। जब तक अपराधियों में कानून का डर नहीं होगा, तब तक ऐसी घटनाओं को रोकना मुश्किल होगा।
प्रदेश भर से लगातार आवाज उठ रही है कि दोषियों को जल्द से जल्द सख्त सजा मिले, ताकि यह केस औरों के लिए मिसाल बन सके। भिवानी के लोग आज अपनी 19 वर्षीय शिक्षिका के लिए न्याय की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
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