भारतीय सेना को मिली इग्ला-एस मिसाइल, रक्षा क्षमता में जबरदस्त इजाफा
रूस से मिली पोर्टेबल एयर डिफेंस मिसाइल, पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के बीच सेना को मिली मजबूती…..
नई दिल्ली। भारतीय सेना को रूस से अत्याधुनिक इग्ला-एस (Igla-S) पोर्टेबल एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम प्राप्त हुआ है, जिससे देश की सुरक्षा और वायु प्रतिरक्षा क्षमता में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। यह मिसाइल सिस्टम कंधे पर रखकर चलाया जा सकता है और कम ऊंचाई पर उड़ रहे दुश्मन के हेलीकॉप्टर, ड्रोन और लड़ाकू विमानों को सटीकता से मार गिराने में सक्षम है।
इग्ला-एस को रूस से एक रक्षा समझौते के तहत भारत को सौंपा गया है। रक्षा सूत्रों के मुताबिक, पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव और सीमावर्ती क्षेत्रों में उभरते खतरों को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है। यह मिसाइल सिस्टम भारतीय सेना के त्वरित जवाबी हमलों और सीमित संसाधनों में प्रभावी वायु रक्षा के लिए एक रणनीतिक साधन बनकर उभरेगा।
सेना के एक अधिकारी के अनुसार, इग्ला-एस की रेंज लगभग 6 किलोमीटर तक होती है और यह अपने अत्याधुनिक इंफ्रारेड होमिंग सिस्टम की मदद से दुश्मन के लक्ष्यों को तेजी से खोजकर निशाना बनाता है। यह खासकर उन क्षेत्रों के लिए उपयोगी है जहां भारी हथियारों या स्थायी मिसाइल सिस्टम की तैनाती संभव नहीं है।
रक्षा मंत्रालय की योजना है कि सेना के भंडार में 90 और इग्ला-एस मिसाइलें जोड़ी जाएं। इन मिसाइलों की तैनाती जम्मू-कश्मीर, उत्तर-पूर्व और पश्चिमी सीमाओं जैसे संवेदनशील इलाकों में की जाएगी। इसके अलावा, सेना के विशेष बलों को भी इस तकनीक से लैस करने की तैयारी है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इग्ला-एस की तैनाती से भारतीय सेना की रक्षात्मक ताकत कई गुना बढ़ेगी और सीमावर्ती इलाकों में दुश्मनों के हवाई हमलों की संभावना को कम किया जा सकेगा। यह भारत की रक्षा नीति में एक अहम तकनीकी उन्नति के रूप में देखा जा रहा है।
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