मेलबर्न: भारत के युवा क्रिकेटर नीतीश रेड्डी ने मेलबर्न में जारी बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच में शतक जड़कर इतिहास रच दिया। उन्होंने 171 गेंदों में बोलैंड की गेंद पर चौका लगाकर अपना पहला टेस्ट शतक पूरा किया। यह शतक उनके लिए विशेष रूप से अहम था क्योंकि उनके पिता मुतयाला रेड्डी दर्शक दीर्घा में मौजूद थे, और नीतीश इस शतक को देखकर भावुक हो गए।
नीतीश ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट शतक लगाने वाले तीसरे सबसे युवा भारतीय बन गए हैं। इससे पहले सिर्फ सचिन तेंदुलकर (18 साल 253 दिन) और ऋषभ पंत (21 साल 91 दिन) ने यह कारनामा किया था। नीतीश ने 21 साल और 216 दिन की उम्र में यह उपलब्धि हासिल की।
नीतीश की पारी ने भारतीय टीम को फॉलोऑन से बचाया और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपनी स्थिति मजबूत की। उन्होंने आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए वॉशिंगटन सुंदर के साथ आठवें विकेट के लिए 127 रन की साझेदारी की, जो ऑस्ट्रेलिया में आठवें विकेट के लिए भारत की दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी है।
नीतीश के लिए यह शतक केवल क्रिकेट के लिहाज से नहीं, बल्कि उनके संघर्षों और परिवार के बलिदान का प्रतीक भी है। उन्होंने एक वीडियो में बताया कि कैसे आर्थिक तंगी के दौरान उनके पिता ने उनके क्रिकेट करियर के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी थी। अब, नीतीश अपने प्रदर्शन से यह साबित कर रहे हैं कि वह हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं।
नीतीश की शानदार बल्लेबाजी ने उन्हें भारत का नया स्टार बना दिया है, और उनकी कड़ी मेहनत ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया है।
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