जावेद अख्तर बोले गालियां दोनो तरफ से
भारत में ‘पाक चले जाओ’, पाकिस्तान में ‘काफिर’ कहे जाते हैं
नई दिल्ली : प्रसिद्ध गीतकार और लेखक जावेद अख्तर ने हाल ही में एक बुक लॉन्च इवेंट में अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि उन्हें भारत और पाकिस्तान दोनों जगह से कटु आलोचना झेलनी पड़ती है। उन्होंने कहा कि भारत में लोग कहते हैं कि तुम पाकिस्तान चले जाओ और जब पाकिस्तान जाते हैं तो वहां लोग उन्हें ‘काफिर’ कहकर पुकारते हैं। जावेद अख्तर ने इस मौके पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए स्पष्ट कहा कि वह नरक चले जाएंगे, लेकिन पाकिस्तान नहीं जाएंगे।
इस टिप्पणी के बाद सोशल मीडिया पर उनकी बात तेजी से वायरल हो गई है। उन्होंने कहा कि वे किसी देश से नहीं, बल्कि विचारधारा से लड़ते हैं। उन्होंने जिहादी कहे जाने पर भी कड़ी प्रतिक्रिया दी और कहा कि जब वे कट्टरपंथ और रूढ़िवाद के खिलाफ बोलते हैं तो कुछ लोग उन्हें जिहादी कहने लगते हैं, जो पूरी तरह अनुचित है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वे हर प्रकार की धार्मिक कट्टरता के खिलाफ हैं, चाहे वह किसी भी धर्म की हो।
जावेद अख्तर ने यह भी कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का मतलब यह नहीं कि जो व्यक्ति असहमति रखता है उसे देशद्रोही कहा जाए। उन्होंने याद दिलाया कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है और यहां हर व्यक्ति को अपनी राय रखने का हक है। उन्होंने इस बात पर भी दुख जताया कि सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग और गालियों की संस्कृति बढ़ती जा रही है, जिससे सच्चे विचारधाराओं को सामने लाना कठिन होता जा रहा है। इस कार्यक्रम में उन्होंने यह भी बताया कि कैसे लोग उन्हें पाकिस्तान समर्थक बताकर ट्रोल करते हैं जबकि वे हमेशा भारत की उदार और धर्मनिरपेक्ष छवि के पक्षधर रहे हैं। उन्होंने दो टूक कहा कि जो लोग कट्टर सोच रखते हैं, वे हर उस व्यक्ति को निशाना बनाते हैं जो मानवता की बात करता है। जावेद अख्तर के इस बयान को लेकर जहां एक तरफ कई लोगों ने समर्थन जताया है, वहीं कुछ विरोधी स्वर भी सुनने को मिल रहे हैं। लेकिन एक बात साफ है कि वे अपने विचारों को लेकर हमेशा बेबाक रहे हैं और समाज में सुधार के लिए खुलकर अपनी बात रखते हैं।
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