चंडीगढ़ में सायरन के साथ हुआ ब्लैकआउट
हवाई हमले से बचाव की मॉक ड्रिल में 10 मिनट लाइटें बंद रहीं….
चंडीगढ़ : शहर में बुधवार शाम को एक अनोखा दृश्य देखने को मिला जब पूरे शहर में 10 मिनट तक अंधेरा छा गया। यह कोई तकनीकी खराबी नहीं थी, बल्कि प्रशासन द्वारा आयोजित एक मॉक ड्रिल थी, जिसमें हवाई हमले के दौरान नागरिकों को सतर्क रहने और बचाव के तरीकों का अभ्यास कराया गया। शाम ठीक 7:30 बजे सायरन की तेज आवाज गूंजी और लोगों से पहले ही अपील की गई थी कि वे निर्धारित समय पर अपने घरों, दुकानों और कार्यालयों की लाइटें बंद कर दें।
जैसे ही सायरन बजा, पूरे शहर में बिजली गुल कर दी गई और लोग घरों में सुरक्षित रहकर इस ड्रिल का हिस्सा बने। कई जगहों पर सरकारी अधिकारी भी तैनात थे जो देख रहे थे कि लोग दिशा-निर्देशों का पालन कर रहे हैं या नहीं। मकसद यह था कि यदि भविष्य में कभी युद्ध या हवाई हमला होता है, तो लोग किस तरह से तेजी से प्रतिक्रिया दे सकें और अपनी सुरक्षा कर सकें।
इस अभ्यास का आयोजन चंडीगढ़ प्रशासन, आपदा प्रबंधन विभाग और गृह मंत्रालय के निर्देशों के तहत किया गया था। अधिकारियों ने बताया कि यह अभ्यास देश के विभिन्न संवेदनशील शहरों में समय-समय पर किया जा रहा है ताकि नागरिकों को आपात स्थितियों के लिए मानसिक और व्यावहारिक रूप से तैयार किया जा सके।
शहर के लोगों ने इस प्रयास की सराहना की। कई लोगों ने सोशल मीडिया पर इस अभ्यास के फोटो और वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि यह पहली बार है जब उन्होंने ऐसा कुछ देखा। कुछ बुजुर्गों ने कहा कि उन्हें यह मंजर पुराने युद्धकालीन दिनों की याद दिला गया।
प्रशासन का कहना है कि ऐसे अभ्यास भविष्य में भी किए जाएंगे और जल्द ही इससे जुड़े प्रशिक्षण कार्यक्रम स्कूलों और संस्थानों में भी आयोजित किए जाएंगे। इस पूरे अभ्यास के दौरान किसी भी प्रकार की अफरा-तफरी या अव्यवस्था की सूचना नहीं मिली, जो दर्शाता है कि शहरवासी सजग और सहयोगी हैं।
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