चंडीगढ़ में बुजुर्गों के लिए घर-घर इलाज
मेडिकल टीम करेगी जांच, अस्पताल में विशेष मदद सुविधा शुरू………
चंडीगढ़ प्रशासन ने शहर के वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक अनूठी पहल शुरू की है, जिसके तहत अब उन्हें इलाज के लिए घर से बाहर निकलने की परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी। स्वास्थ्य विभाग ने विशेष “घर-घर इलाज” सेवा शुरू की है, जिसमें मेडिकल टीमें बुजुर्गों के घर जाकर उनकी सेहत की जांच और प्राथमिक इलाज करेंगी।
इस योजना के तहत 5 सदस्यीय मेडिकल टीम गठित की गई है, जिसमें एक डॉक्टर, नर्स, लैब टेक्नीशियन और अन्य स्वास्थ्यकर्मी शामिल होंगे। टीम के पास ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, ऑक्सीजन लेवल और अन्य आवश्यक जांच करने के लिए पोर्टेबल मेडिकल उपकरण होंगे। जरुरत पड़ने पर मौके पर दवा दी जाएगी या फिर आगे के इलाज के लिए अस्पताल में रेफर किया जाएगा।
प्रशासन का कहना है कि इस पहल का उद्देश्य बुजुर्गों को समय पर और आसानी से स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है, खासतौर पर उन लोगों के लिए जो अकेले रहते हैं या जिनकी आवाजाही में कठिनाई होती है।
अस्पतालों में भी इस योजना के तहत विशेष इंतजाम किए गए हैं। हर बड़े अस्पताल में हेल्प डेस्क स्थापित की जाएगी, जहां बुजुर्ग मरीजों को रजिस्ट्रेशन, डॉक्टर से मिलने और अन्य जरूरी प्रक्रियाओं में सहायता मिलेगी। इसके अलावा, जरूरतमंद बुजुर्गों के लिए प्रशिक्षित अटेंडेंट भी उपलब्ध कराए जाएंगे, जो अस्पताल में उनकी मदद करेंगे।
इस सुविधा को फिलहाल पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया जा रहा है। आने वाले समय में इसे पूरे चंडीगढ़ में लागू करने की योजना है। इसके लिए एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया जाएगा, जिस पर कॉल कर बुजुर्ग या उनके परिजन मेडिकल टीम को घर बुला सकेंगे।
स्थानीय समाजसेवी संगठनों और नागरिकों ने इस कदम का स्वागत किया है। उनका कहना है कि इससे बुजुर्गों की जिंदगी आसान होगी और उन्हें अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने में मदद मिलेगी। समय पर इलाज मिलने से गंभीर बीमारियों के खतरे को भी काफी हद तक कम किया जा सकेगा।
प्रशासन को उम्मीद है कि यह योजना बुजुर्गों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाएगी और साथ ही अस्पतालों में भीड़ कम करने में मदद करेगी। आने वाले महीनों में इस सेवा का मूल्यांकन किया जाएगा, ताकि और सुधार किए जा सकें और अधिक से अधिक बुजुर्गों को इसका लाभ मिल सके।