अरबाज़ खान: सट्टेबाज़ी से करियर बर्बाद
58 की उम्र में भी स्टारडम अधूरा, सलमान जैसे मुकाम से कोसों दूर
मुंबई फिल्म इंडस्ट्री में एक जाना-पहचाना नाम है अरबाज़ खान। सलमान खान के छोटे भाई और मशहूर पटकथा लेखक सलीम खान के बेटे होने के बावजूद अरबाज़ को वैसी ऊंचाई कभी नहीं मिल सकी जैसी उनके परिवार के अन्य सदस्यों को मिली। 58 साल के हो चुके अरबाज़ आज भले ही करोड़ों की नेटवर्थ के मालिक हैं, लेकिन उनकी जिंदगी में एक खालीपन, एक अधूरी चमक साफ दिखाई देती है।
अरबाज़ खान ने अपने करियर की शुरुआत 1996 में फिल्म “दरार” से की थी, जिसमें उनकी नकारात्मक भूमिका को सराहा गया था। इसके बाद उन्होंने कई फिल्मों में काम किया लेकिन मुख्य अभिनेता के तौर पर वे कभी भी सफल नहीं हो पाए। उनके अभिनय करियर को एक ठोस मुकाम नहीं मिल सका और उन्हें अक्सर सहायक भूमिकाओं या निगेटिव किरदारों में देखा गया।
हालांकि ‘दबंग’ फ्रेंचाइज़ी के निर्माता और निर्देशक के तौर पर उन्होंने खुद को स्थापित करने की कोशिश की, लेकिन कैमरे के सामने उनका आकर्षण धीरे-धीरे फीका पड़ता गया। करियर के इस डांवाडोल समय में अरबाज़ का नाम एक और विवाद से जुड़ गया — सट्टेबाजी। IPL सट्टेबाज़ी मामले में उनका नाम सामने आने के बाद उनकी छवि को गहरा धक्का पहुंचा। हालांकि उन्होंने इस मामले में पुलिस जांच में सहयोग दिया, लेकिन तब तक बहुत कुछ बिगड़ चुका था।
इस पूरे विवाद का असर उनके निजी जीवन पर भी पड़ा। मलाइका अरोड़ा से उनका रिश्ता भी टूट गया। एक समय बॉलीवुड की सबसे ग्लैमरस जोड़ियों में गिने जाने वाले अरबाज़ और मलाइका का तलाक उनके फैन्स के लिए चौंकाने वाला था। सलमान खान जैसे बड़े भाई के साए में पले बढ़े अरबाज़ कभी खुद को अलग पहचान नहीं दिला सके। सलमान ने जहां एक के बाद एक हिट फिल्में दीं, अरबाज़ को वही मुकाम पाने के लिए हमेशा संघर्ष करना पड़ा।
फिर भी अरबाज़ की नेटवर्थ करोड़ों में है। वे निर्माता के तौर पर, विज्ञापनों और प्रोजेक्ट्स से लगातार कमाई कर रहे हैं। आज भी वे फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े हुए हैं, लेकिन अब वो जुनून और चमक कम हो चुकी है जो किसी वक्त उनके चेहरे पर दिखाई देती थी। अरबाज़ की कहानी एक ऐसे कलाकार की कहानी है, जिसने फिल्मी परिवार में जन्म तो लिया, लेकिन पहचान खुद नहीं बना सका। उनके जीवन के उतार-चढ़ाव हमें यह सिखाते हैं कि सफलता सिर्फ विरासत से नहीं मिलती, उसके लिए निरंतरता, निर्णय और धैर्य की ज़रूरत होती है।
आज अरबाज़ 58 साल के हो चुके हैं। उम्र के इस मोड़ पर वे शायद अपने जीवन को एक नई दिशा देने की कोशिश कर रहे हैं। विवादों से दूर, वे अपने निजी जीवन को सामान्य बनाने की कोशिश में हैं और कुछ वेब प्रोजेक्ट्स पर भी काम कर रहे हैं। उनकी ये कोशिशें यह बताती हैं कि भले ही कोई राह भटक जाए, लेकिन वापस लौटना हमेशा संभव है।