लुधियाना में सतलुज का जलस्तर घटा, धुस्सी बांध में दरारें चिंता का कारण
मरम्मत का काम जारी, ग्रामीण बोले – पूरी मरम्मत के बाद ही सुरक्षित महसूस करेंगे….
लुधियाना (पंजाब): सतलुज नदी का जलस्तर लुधियाना में धीरे-धीरे कम हो रहा है, जिससे बाढ़ प्रभावित इलाकों के लोगों ने थोड़ी राहत की सांस ली है। लेकिन राहत के साथ-साथ एक नई चिंता भी सामने आई है—धुस्सी बांध में पड़ी दरारें। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक बांध की पूरी तरह से मरम्मत नहीं हो जाती, वे सुरक्षित महसूस नहीं कर पाएंगे।
जलस्तर घटने से राहत
बीते कई दिनों की बारिश और सतलुज के उफान के बाद अब पानी का स्तर नीचे आ रहा है। कई गांवों में पानी धीरे-धीरे निकल रहा है और लोग अपने घरों को लौटने लगे हैं। खेतों में पानी उतरने के बाद किसान अपनी फसलों के नुकसान का जायजा ले रहे हैं।
धुस्सी बांध में दरारें
स्थानीय प्रशासन ने माना है कि धुस्सी बांध के कई हिस्सों में दरारें पाई गई हैं। इन दरारों से पानी रिसने की भी शिकायतें मिली हैं। इंजीनियरों की टीम मौके पर मौजूद है और लगातार मरम्मत कार्य किया जा रहा है।
एक ग्रामीण ने बताया – “अभी तो मरम्मत चल रही है, लेकिन हमें डर है कि अगली बारिश या पानी बढ़ने पर फिर से खतरा न खड़ा हो जाए।”
मरम्मत कार्य जारी
जल संसाधन विभाग ने आश्वासन दिया है कि धुस्सी बांध की इमरजेंसी मरम्मत तेजी से की जा रही है। मशीनरी और अतिरिक्त स्टाफ को लगाया गया है। मिट्टी और पत्थर डालकर दरारों को भरा जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि अगले कुछ दिनों में बांध को सुरक्षित बना दिया जाएगा।
ग्रामीणों की चिंता
गांववालों का कहना है कि जब तक बांध पूरी तरह से मजबूत नहीं हो जाता, वे अपने घरों में चैन से नहीं रह सकते।
एक बुजुर्ग किसान बोले – “हम हर साल इस डर के साथ जीते हैं। अगर बांध टूट गया तो हमारी जमीनें और घर बह जाएंगे। पूरी मरम्मत ही हमें भरोसा दिला सकती है।”
प्रशासन का दावा
प्रशासन ने कहा है कि सभी प्रभावित गांवों में राहत कार्य और सुरक्षा इंतजाम किए जा रहे हैं। बाढ़ नियंत्रण विभाग ने भविष्य की रणनीति बनाने और स्थायी समाधान की दिशा में कदम बढ़ाने की बात भी कही है।