राजस्थान रॉयल्स में बड़ा झटका: द्रविड़ ने कोच पद से इस्तीफा क्यों दिया?
कप्तानी विवाद और टीम रणनीति के असहमति से इस्तीफा.....
भारतीय क्रिकेट के ‘द वॉल’ कहे जाने वाले राहुल द्रविड़ ने राजस्थान रॉयल्स (RR) के मुख्य कोच पद से इस्तीफा दे दिया है। यह फैसला चौंकाने वाला इसलिए माना जा रहा है क्योंकि द्रविड़ को फ्रेंचाइजी की ओर से एक बड़ा रोल ऑफर किया गया था, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया। राजस्थान रॉयल्स के मुताबिक, द्रविड़ को फ्रेंचाइजी में एक बड़ी भूमिका की पेशकश की गई थी, लेकिन उन्होंने उसे स्वीकार नहीं किया। हालांकि, सूत्रों के मुताबिक यह बड़ा रोल असल में टीम की रणनीतिक फैसलों से दूरी बनाने का इशारा था। यानी, उन्हें टीम के कोर निर्णयों से हटाकर एक ‘पद सम्मान’ दिया जा रहा था, जिसे द्रविड़ ने शायद ‘पनिशमेंट प्रमोशन’ की तरह देखा।
टीम के नियमित कप्तान संजू सैमसन का राजस्थान फ्रेंचाइजी के साथ भविष्य भी अनिश्चित दिख रहा है। चोट के चलते वह 2025 सीजन में अधिकतर मुकाबले नहीं खेल सके थे और राजस्थान रॉयल्स अंक तालिका में नौवें स्थान पर रही। वह फ्रेंचाइजी बदलने पर विचार कर रहे हैं और रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने फ्रेंचाइजी को इसकी जानकारी दे दी है। संजू के विकल्प के तौर पर फ्रेंचाइजी पिछले सीजन अधिकतर मैचों में कप्तानी करने वाले रियान पराग को कप्तानी सौंपने पर विचार कर रही है। असम के इस युवा खिलाड़ी ने 2024 में शानदार प्रदर्शन किया था (573 रन, SR 150), लेकिन 2025 में कप्तानी करते हुए उनका खेल काफी औसत रहा (393 रन, SR 166)। उनकी कप्तानी में टीम का प्रदर्शन खास नहीं रहा।
यहीं से कहानी में असल मोड़ आता है। सूत्रों की मानें तो द्रविड़, रियान को कप्तान बनाने के फैसले से पूरी तरह सहमत नहीं थे। टीम में मौजूद यशस्वी जायसवाल और ध्रुव जुरेल जैसे खिलाड़ी ज्यादा परिपक्व और तकनीकी रूप से बेहतर माने जाते हैं। यशस्वी भले ही कप्तानी में नए हों, लेकिन उनके रन बनाने की क्षमता और अंतरराष्ट्रीय अनुभव उन्हें एक स्वाभाविक विकल्प बनाते हैं। द्रविड़, जिन्होंने हमेशा संयम, निरंतरता और प्रदर्शन को प्राथमिकता दी है, शायद एक ऐसे खिलाड़ी को कप्तानी सौंपे जाने के पक्ष में नहीं थे जो प्रदर्शन में अस्थिर रहा हो।
गुवाहाटी का बारसापारा स्टेडियम RR का दूसरा होम ग्राउंड है और रियान पराग असम के सबसे लोकप्रिय खिलाड़ियों में से हैं। रियान की लोकप्रियता को ध्यान में रखते हुए, फ्रेंचाइजी ने शायद ब्रांड विस्तार के लिए उन्हें कप्तानी के लिए आगे बढ़ाया। लेकिन द्रविड़ जैसे कोच के लिए ब्रांडिंग से ज्यादा क्रिकेटिंग लॉजिक मायने रखता है। ऐसे में रियान को कप्तानी देना, शायद उनके विचारों से मेल नहीं खा रहा था।
राहुल द्रविड़ स्वभाव से विवादों से दूर रहने वाले व्यक्ति हैं और इस मुद्दे पर उन्होंने कोई टिप्पणी नहीं की है। लेकिन जो लोग राजस्थान रॉयल्स की रणनीतियों को करीब से फॉलो कर रहे हैं, वे मानते हैं कि पिछले सीजन में कई ऐसे फैसले हुए जो द्रविड़ की क्रिकेटिंग फिलॉसफी से मेल नहीं खाते थे। संजू सैमसन, जिन्हें द्रविड़ ने एक प्रोटेजे की तरह देखा, उनके संभावित बाहर होने और रियान पराग को कप्तानी देने की योजना ने शायद द्रविड़ को यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि उनका नियंत्रण टीम के भविष्य पर अब कम हो रहा है।
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