पंजाब में बाढ़ का कहर: 48 की मौत, लाखों बेघर – आज स्कूलों का निरीक्षण, कल से लौटेंगे विद्यार्थी
सरकारी राहत और मदद तेज, 2050 गांव प्रभावित....
चंडीगढ़ | पंजाब में आई भीषण बाढ़ से हालात लगातार गंभीर बने हुए हैं। अब तक 48 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि पठानकोट से तीन लोग लापता हैं। मुख्य सचिव ने बताया कि बाढ़ के कारण 1,76,980 हेक्टेयर फसल प्रभावित हुई है और राज्य के 2050 गांवों में करीब 3.87 लाख लोग बेघर हो गए हैं। 20 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित बताए जा रहे हैं।
पंजाब सरकार ने राहत कार्यों को तेज करते हुए अब तक 22,938 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। इसके लिए 219 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं, जिनमें 5404 लोगों को शरण दी गई है। सेना और एनडीआरएफ की टीमें लगातार मरम्मत और बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं।
शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस ने घोषणा की है कि 8 सितंबर से पंजाब के सभी सरकारी स्कूलों में शिक्षक बुलाए जाएंगे, ताकि वे भवनों का निरीक्षण और नुकसान का आकलन कर सकें। विद्यार्थियों को 9 सितंबर से स्कूल बुलाया जाएगा। निजी स्कूल आज से ही छात्रों और शिक्षकों के लिए खुल जाएंगे। शिक्षा विभाग ने स्कूल प्रबंधन को सुरक्षा और सफाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
अमृतसर में बाढ़ से सीमावर्ती क्षेत्रों के 175 सरकारी स्कूलों को भारी नुकसान पहुंचा है। प्राथमिक रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि 54 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। कई स्कूलों की दीवारें गिर गईं और फर्नीचर व शैक्षिक सामग्री खराब हो गई। जिला शिक्षा अधिकारियों ने पूरी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी है।
इस बीच, बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद भी मोगा पहुंचे और बाढ़ प्रभावितों की मदद की अपील की। उन्होंने कहा कि लोगों को सबसे ज्यादा मेडिकल सुविधाओं और पुनर्वास की जरूरत है। सूद फाउंडेशन ने आश्वासन दिया है कि पानी उतरने के बाद भी पीड़ितों की मदद जारी रहेगी।
सोनू सूद ने कहा कि इस आपदा की घड़ी में राजनीति से ऊपर उठकर पंजाब की मदद करनी होगी। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंजाब दौरे का स्वागत करते हुए उम्मीद जताई कि केंद्र और राज्य मिलकर राहत पैकेज की घोषणा करेंगे और पंजाब को दोबारा खड़ा करने में साथ देंगे।
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