Punjab Flood: बारिश और बाढ़ से तबाही, फिरोजपुर में गिरी मकान की छत, कई जिलों में बिगड़े हालात - News On Radar India
News around you

Punjab Flood: बारिश और बाढ़ से तबाही, फिरोजपुर में गिरी मकान की छत, कई जिलों में बिगड़े हालात

बठिंडा, बरनाला, सुनाम और फिरोजपुर में बारिश से हाहाकार, फसलें डूबीं, ग्रामीण मदद को तरसे....

47

चंडीगढ़ :- पंजाब में रविवार से लगातार हो रही भारी बारिश ने बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए हैं। पहले से ही बाढ़ की मार झेल रहे ग्रामीण इलाकों में अब हालात और बिगड़ गए हैं। मौसम विभाग ने अगले तीन दिन तक बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिससे लोगों की चिंता बढ़ गई है।

मकान की छत गिरी, परिवार बाल-बाल बचा

फिरोजपुर के गुरुहरसहाए इलाके में भारी बारिश के कारण एक घर की छत गिर गई। सौभाग्य से परिवार के सदस्य उस समय बाहर थे, जिससे बड़ा हादसा टल गया। हालांकि, उनका घरेलू सामान पूरी तरह खराब हो गया। गरीब परिवार ने जिला प्रशासन और सरकार से छत डालकर देने की गुहार लगाई है।

फसलों का भारी नुकसान

फिरोजपुर के ब्लॉक ममदोट के कई गांव सतलुज नदी में आई बाढ़ से डूब गए हैं। किसानों की धान, अरबी, मिर्च और तोरी जैसी फसलें पूरी तरह बर्बाद हो चुकी हैं। ग्रामीण गुरदीप सिंह ने बताया कि हजारों एकड़ में लगी फसलें पानी में बह गई हैं, जिससे लाखों रुपये का नुकसान हुआ है।

गांव सेठावाला के किसान काला सिंह का कहना है कि उनकी धान की फसल और ट्यूबवेल तक पानी में डूब गए। उन्होंने आरोप लगाया कि 2023 की बाढ़ का मुआवजा भी उन्हें पूरा नहीं मिला था और बिचौलियों ने पैसा खा लिया। किसानों ने मांग की है कि मुआवजा सीधे किसानों को दिया जाए और प्रति एकड़ कम से कम 50,000 रुपये का मुआवजा दिया जाए।

ढाणियों में फंसे 250 ग्रामीण

फिरोजपुर के किलचे गांव और उसके आसपास करीब 250 ग्रामीण बाढ़ में फंसे हुए हैं। यहां तक कोई मदद नहीं पहुंच पाई है। लंगर की कमी के चलते लोग आपस में झगड़ रहे हैं। कई घरों और खेतों में 8-10 फुट तक पानी भरा हुआ है। लोग छतों और गुरुद्वारों में शरण लेने को मजबूर हैं।

प्रशासन पर लापरवाही का आरोप

ग्रामीणों का कहना है कि हालात पिछले 15 दिनों से बेहद खराब हैं। हरिके हेड से ढाई लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद पल्ला मेघा गांव में 12 फुट तक पानी भर गया है। ग्रामीण खुद पैसे इकट्ठे कर ट्रैक्टर-ट्रालियों से मिट्टी डालकर बांध मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन और सरकार से कोई मदद नहीं मिल रही, सिर्फ सेना और BSF के जवान ही राहत कार्य में मदद कर रहे हैं।

You might also like

Comments are closed.

Join WhatsApp Group