स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों के लिए कई अहम घोषणाएं कीं। अपने संबोधन में उन्होंने संकेत दिया कि सरकार जल्द ही जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) की दरों में कटौती कर सकती है। उन्होंने इसे इस साल की दीवाली के लिए देशवासियों के लिए एक विशेष उपहार बताया। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार जनता पर महंगाई का बोझ कम करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है और आने वाले समय में इसका असर साफ दिखेगा।
जीएसटी में कमी का सीधा फायदा उपभोक्ताओं को होगा, क्योंकि इससे कई जरूरी वस्तुएं और सेवाएं सस्ती हो सकती हैं। पीएम मोदी ने कहा कि अर्थव्यवस्था में सुधार के साथ-साथ लोगों की क्रय शक्ति बढ़ाने के लिए यह कदम अहम है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इससे न केवल बाजार में रौनक बढ़ेगी, बल्कि रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
अपने भाषण के दौरान प्रधानमंत्री ने 3.5 करोड़ रोजगार सृजन के लिए एक नई योजना की भी शुरुआत की घोषणा की। यह योजना आज से लागू हो रही है और इसका लक्ष्य युवाओं, महिलाओं और छोटे उद्यमियों को स्वरोजगार और नौकरी के नए अवसर प्रदान करना है। सरकार का मानना है कि देश की युवा आबादी को सही दिशा में अवसर देने से अर्थव्यवस्था में तेजी आएगी और आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिलेगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह योजना केवल बड़े शहरों तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि छोटे कस्बों और गांवों तक पहुंचेगी। इसके तहत प्रशिक्षण, वित्तीय सहायता और उद्यमिता को प्रोत्साहन देने के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार उद्योगों और स्टार्टअप्स के साथ साझेदारी करके अधिक से अधिक रोजगार सृजन का प्रयास करेगी।
लाल किले से दिए गए इस संबोधन में प्रधानमंत्री ने देशवासियों से एकजुट होकर राष्ट्र निर्माण में योगदान देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि भारत आज दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और आने वाले वर्षों में इसे और ऊंचाई पर ले जाने के लिए हर नागरिक की भूमिका अहम है।
इस भाषण ने आम लोगों से लेकर उद्योग जगत तक में उत्साह पैदा किया है। जीएसटी में संभावित कटौती को लेकर व्यापारियों और उपभोक्ताओं दोनों में उम्मीदें बढ़ गई हैं। वहीं, रोजगार योजना को लेकर युवाओं के बीच भी सकारात्मक माहौल देखने को मिल रहा है। आने वाले समय में इन घोषणाओं का कितना असर होगा, यह नीतियों के क्रियान्वयन और जमीन पर उनके प्रभाव से तय होगा।
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