नेपाल में अंतरिम सरकार की तैयारी, बालेन शाह ने Gen-Z से की अपील
संसद भंग, सुशीला कार्की नेतृत्व पर बल, शांतिपूर्ण मार्ग अपनाएँ....
काठमांडू-नेपाल: नेपाल में राजनीतिक संकट जारी है और देश अब भी तनावपूर्ण स्थिति में है। भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया पर प्रतिबंध के विरोध में हुए प्रदर्शनों के बीच प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने 9 सितंबर को इस्तीफा दे दिया। सुरक्षा बनाए रखने के लिए सेना ने सड़कों पर तैनाती कर कर्फ्यू जारी किया है और हिंसा रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं।
इस बीच आंदोलनकारियों ने अंतरिम सरकार बनाने की कवायद तेज कर दी है। काठमांडू के मेयर बालेंद्र शाह (बालेन) ने पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की को अंतरिम सरकार के नेतृत्व के प्रस्ताव का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि पहले संसद को भंग किया जाना चाहिए और फिर चुनाव कराए जाने तक अंतरिम सरकार का गठन होना चाहिए। बालेन ने Gen-Z से अपील की कि वे धैर्य रखें और देश को एक शांतिपूर्ण तरीके से नई दिशा देने में मदद करें।
हाल ही के प्रदर्शनों में 30 लोगों की मौत और 600 से अधिक घायल हुए। सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पों में भीषण नुकसान हुआ। इस दौरान नेपाल की सेना ने देशव्यापी प्रतिबंध और कर्फ्यू लागू कर सुरक्षा सुनिश्चित की। बालेन शाह ने कहा कि देश को नए चुनाव के लिए एक स्थायी जनादेश की आवश्यकता है और युवाओं का उत्साह लोकतंत्र के लिए महत्वपूर्ण है।
पूर्व चीफ जस्टिस सुशीला कार्की ने युवाओं के प्रदर्शन का समर्थन किया और सरकार की कार्रवाई को ‘हत्या’ करार दिया। उनके पक्ष में 2,500 से अधिक युवा हस्ताक्षर कर अंतरिम सरकार की जिम्मेदारी उनके हाथों में देने का समर्थन कर चुके हैं। बालेन शाह, जो सिविल इंजीनियर और रैपर रह चुके हैं, जनता और विशेषकर युवाओं के बीच बेहद लोकप्रिय हैं। उन्होंने राजनीतिक दलों से अपील की कि वे आंदोलन का दुरुपयोग न करें और देश के हित में कदम उठाएं।
नेपाल में वर्तमान स्थिति अस्थिर है, लेकिन अंतरिम सरकार के गठन और शांतिपूर्ण मार्ग अपनाने से देश में राजनीतिक स्थिरता की संभावना बढ़ रही है।
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