जिहादियों को शहीद बताने पर राष्ट्रद्रोह का मुकद्दमा दर्ज और ऐसे मदरसों को तत्काल बंद करने की पुरजोर मांग – गोयल
नई दिल्ली:वरिष्ठ भाजपा नेता व यूनाईटेड हिन्दू फ्रंट के अंतर्राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जय भगवान गोयल ने दिनांक 25 फरवरी 2024 को दारूल उलूम देवबंद द्वारा जिहादियों को शहीद कहने पर लोनी गोल चक्कर में यूनाईटेड हिन्दू फ्रंट द्वारा आयोजित धरने में बोलते हुए ऐसे मुल्ला-मौलवियों पर राष्ट्रद्रोह का मुकद्दमा दर्ज करने की पुरजोर मांग की। उन्होंने कहा कि एक तरफ भारत के प्रधानमंत्री मोदी जी, भारत को 2047 तक पूर्ण रूप से विकसित भारत बनाने की बात कर रहे हैं और दूसरी तरफ दारूल उलूम देबवंद के मदरसों के मुल्ला-मौलवी भारत को 2047 तक गजवा-ए-हिंद बनाने की साजिश रच रहे हैं। वे सभी मदरसों में छोटे-छोटे बच्चों को यही शिक्षा दे रहे हैं। ऐसा भारत विरोधी फतवा जारी कर उन्होंने अपनी कट्टरपंथी मानसिकता का प्रमाण ही दे दिया है। गोयल ने बताया कि इस तरह के फतवे बच्चों में अपने ही देश के प्रति नफरत पैदा कर रहे हैं और अंततः उन्हें अनावश्यक मानसिक व शारीरिक पीड़ा पहुंचा रहे हैं, इसे तो तुरंत ही राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग को अपने संज्ञान में लेकर कानूनी कार्यवाही शुरू कर देनी चाहिए। इस फतवे पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए गोयल ने बताया कि हाल ही में यूएई जैसा कट्टरपंथी इस्लामिक देश सनातन धर्म का लोहा मानते हुए अपने यहां 27 एकड़ भूमि देकर 400 करोड़ की लागत से मंदिर बनवा रहा है और प्रधानमंत्री मोदी जी द्वारा प्राण प्रतिष्ठा की पूजा करने कर जो यूएई मेंबारिश हुई है उसे देखकर वहां मुल्ला-मौलवियों ने तो सनातन धर्म की दिव्य शक्ति का अहसास करते हुए खुब प्रशंसा की है लेकिन यहां भारत में दारूल उलूम देबवंद ने अपने फतवे के माध्यम से गजवा-ए-हिंद को बिलकुल सही व उचित ठहराकर भारतीय संविधान और भारतीय सरकार को ही कड़ी चुनौती दे दी है, इसलिए उन्होंने बार-बार अपनी ये मांग बड़ी ही बुलंद आवाज में दोहराई कि इन मुल्ला-मौलवियों पर राष्ट्रद्रोह का मुकद्दमा शीघ्रतिशीघ्र दर्ज कर देना चहिए और साथ ही साथ इन मदरसों को तत्काल बंद करने व इनके आर्थिक सहयोग को भी समाप्त करने के आदेश तुरंत पारित कर देने चाहिए। उन्होंने ये भी कहा कि यह फतवा तो मुसलमानों को भारत के खिलाफ आंतरिक युद्ध के लिए भी पूरी तरह से उकसाने वाला है इसलिए इन मुल्ला-मौलवियों के खिलाफ सरकार द्वारा कठोरतम कार्यवाही ही एक मात्र उचित उपाय है, जिससे कि देश में एकता, प्रेम, सदभावना, सुख, समृद्धि व शांति का सामाजिक वातावरण सदैव बना रहे।
विरोध प्रदर्शन में सर्वश्री श्याम गिरी जी महाराज, डाॅ. राधाकांत वत्स, धर्मेन्द्र बेदी, महेन्द्र मनचंदा, अवध कुमार, विनोद गुप्ता, सांवर तायल, भरत लाल शर्मा, कृपा राम शर्मा, राजेश अरोड़ा, विकास ठाकुर, डाॅ. जितेन्द्र कुमार, प्रेमचंद गुप्ता, रामकुमार आर्य, शंकर लाल अग्रवाल, सुमन, मालती, ओमवती, गौरी, कुमारी रिंकू (पूर्व पार्षद) आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
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