IPL सिर्फ क्रिकेट है या सट्टेबाजी का अड्डा? चंडीगढ़ से दुबई तक फैला रैकेट
किराये के घर से चल रहा था सट्टे का धंधा, पुलिस ने चार आरोपियों को पकड़ा, 43 मोबाइल किए जब्त…..
चंडीगढ़ : आईपीएल क्रिकेट का त्योहार जरूर है, लेकिन इसके पीछे चल रहा काला कारोबार एक बार फिर सामने आया है। चंडीगढ़ पुलिस ने सट्टेबाजी के एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है, जो सेक्टर-33 के एक किराए के घर से चल रहा था। पुलिस ने इस ऑपरेशन में चार लोगों को गिरफ्तार किया है और उनके पास से 43 मोबाइल फोन जब्त किए हैं, जिनका इस्तेमाल सट्टेबाजी के लिए किया जा रहा था।
पुलिस की जांच में सामने आया है कि यह रैकेट सिर्फ स्थानीय स्तर पर ही सीमित नहीं था, बल्कि इसके तार दुबई तक जुड़े हुए हैं। आरोपियों के कॉल रिकॉर्ड और मोबाइल डेटा की जांच से कई अहम सुराग मिले हैं, जिससे यह साफ हो गया है कि यह एक संगठित गिरोह है जो आईपीएल के दौरान करोड़ों रुपये का सट्टा चला रहा था। ये लोग लाइव मैच के दौरान सट्टे की दरें तय करते थे और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए ग्राहकों से पैसे लेते थे।
इस गिरोह ने पूरी कॉलिंग टीम और तकनीकी टीम बना रखी थी जो अलग-अलग मोबाइल नंबरों और इंटरनेट कॉलिंग ऐप्स के जरिए सट्टेबाजों से जुड़ते थे। आरोपी जिस घर में यह नेटवर्क चला रहे थे, वह भी किराये पर लिया गया था ताकि आसानी से जगह बदली जा सके और पुलिस की नजर से बचा जा सके।
चंडीगढ़ पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सायबर सेल और क्राइम ब्रांच को इस जांच में शामिल कर लिया है। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि इस गिरोह के और कितने सदस्य अभी फरार हैं और इस पूरे नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल है।
यह मामला सिर्फ सट्टेबाजी तक सीमित नहीं है बल्कि यह साफ करता है कि खेलों का व्यवसायिक और डिजिटल रूप किस हद तक अपराधियों के लिए फायदेमंद बन गया है। प्रशासन को ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई के साथ-साथ निगरानी भी बढ़ानी होगी ताकि खेल का असली स्वरूप सुरक्षित रह सके।
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