हिमाचल के ग्वालपत्थर में गुग्गा जाहरवीर मंदिर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पर्व पर वार्षिक मंडली उत्सव धूमधाम से समापन
गूगा मंदिर में पीढ़ियों की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए नौजवान चेले अजय कुमार ने मंडली का नेतृत्व किया
ग्वालपत्थर (जिला हमीरपुर): हिमाचल के प्राचीन गुग्गा मंदिर जाहरवीर, ग्वालपत्थर गांव में कल रात वार्षिक मंडली उत्सव संपन्न हुआ। हजारों की श्रद्धालु भीड़ ने नवयुवक पुजारी (चेले) द्वारा सप्ताह भर चलने वाले त्यौहार के दौरान अपनी पारिवारिक परंपरा और पकड़ को स्थापित करते हुए कमान संभाली। बुजुर्ग होते अपने पिता बिहारीलाल शर्मा के कंधों से जिम्मेवारी ले कर अजय कुमार शर्मा ने सप्ताह भर चलने वाली परंपरा को आगे बढ़ाया और नेतृत्व किया । उसके इस प्रथम प्रयास में उसके चाचा पुजारी जीवन शर्मा ने भी भरपूर पथ प्रदर्शन किया, आशीर्वाद दिया। (पुजारी जीवन शर्मा भी मंदिर ट्रस्ट में बराबर के संचालक हैं और अगले एक वर्ष-काल में प्रबंधक एवं संचालक होंगे). हज़ारों की भीड़ ने इस वार्षिक उत्सव में भाग लिया और दर्शन किए।
जैसा कि पाठकों को विदित होगा गुग्गा मंदिर सदियों पुरानी आस्था का प्रतीक है, यहां आसपास गांव के हज़ारों-लाखों श्रद्धालु आदर पूर्वक माथा टेकते हैं और अपने तथा परिवार की सेहत, बीमारियों से बचाव और समृद्धि की कामना करते हैं।
रक्षा बंधन से शुरू हो कर मंडली आस पास के गांव में जाकर गांव वासियों के घर पहुंच कर उन्हें आशीर्वाद देती है, गांव के लोग उन्हें गेहूं की नई फसल का श्रद्धा पूर्वक दान एवं वस्त्र, फल आदि चढ़ावा देते हैं। और मंदिर के देवता से अपने परिवार, गांव और सब समाज की रक्षा की कामना करते हैं।
बरसात के दिनों में सांप तथा दूसरे जहरीले कीड़ों के काटने का उपचार भी यहां की विषेश और विश्वस्त परंपरा है |
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