फिरोजपुर : बीएसएफ जवान की गर्भवती पत्नी अपने पति की रिहाई के प्रयासों की जानकारी लेने पंजाब पहुंच गई हैं। उन्होंने कहा कि वह बंगाल में बैठकर केवल इंतजार नहीं कर सकतीं, इसलिए खुद पंजाब आकर हालात का जायजा लेने का फैसला किया। जवान को कुछ दिन पहले एक विवादित मामले में हिरासत में लिया गया था, जिसके बाद परिवार और स्थानीय समुदाय में बेचैनी का माहौल है। जवान की पत्नी ने मीडिया से बातचीत में बताया कि उनके लिए यह समय बेहद कठिन है, लेकिन वह हिम्मत नहीं हारेंगी। उन्होंने कहा कि उनके पति निर्दोष हैं और जल्द से जल्द उनकी रिहाई के लिए वह हर संभव कोशिश करेंगी। गर्भवती होने के बावजूद लंबी यात्रा तय कर पंजाब पहुंचने पर उन्होंने कहा कि जब परिवार पर संकट आता है तो कोई भी बाधा मायने नहीं रखती। वह अधिकारियों से मिलकर सीधे हालात की जानकारी लेंगी और कानूनी मदद का सहारा भी लेंगी।
पत्नी ने यह भी बताया कि उन्होंने कई स्थानीय नेताओं और सामाजिक संगठनों से संपर्क साधा है, ताकि जवान की रिहाई के लिए दबाव बनाया जा सके। उन्होंने भरोसा जताया कि सच की जीत होगी और उनका परिवार फिर से एकजुट हो पाएगा। पंजाब पहुंचने के बाद उन्होंने सबसे पहले अपने पति की स्थिति के बारे में पूछताछ की और कानूनी प्रक्रिया में तेजी लाने की मांग उठाई। इस मामले ने स्थानीय राजनीति में भी हलचल मचा दी है, जहां कई नेताओं ने जवान के प्रति समर्थन जताते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है।
जवान की पत्नी ने कहा कि वह अब पीछे नहीं हटेंगी और जब तक उनके पति सुरक्षित घर नहीं लौटते, तब तक संघर्ष जारी रखेंगी। उनकी भावनात्मक अपील ने भी लोगों का ध्यान खींचा है और सोशल मीडिया पर भी उनके साहस की सराहना हो रही है। उन्होंने कहा कि वह अपने पति के सम्मान के लिए आखिरी दम तक लड़ेंगी। यह मामला अब राज्य भर में चर्चा का विषय बन गया है और सबकी नजरें इस पर टिकी हैं कि जवान को कब रिहाई मिलेगी और परिवार को राहत मिलेगी।
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