एशिया क्रिकेट 2025: भारत का 80% जीत रिकॉर्ड, पाकिस्तान सबसे ज्यादा हारने वाली टीम
पिछले 15 महीनों में भारत ने एशिया की सभी टीमों को पीछे छोड़ा, पाकिस्तान की फिसलन और अफगानिस्तान का उभार चर्चा में….
एशिया कप 2025 से पहले यह सवाल सबसे अहम है कि एशिया की 8 टीमों में किसका फॉर्म सबसे मजबूत है। पिछले 15 महीनों के आँकड़े बताते हैं कि भारतीय टीम इस समय शानदार लय में है। भारत ने इस दौरान खेले गए मैचों में लगभग 80% जीत दर्ज की है, जो बाकी सभी एशियाई टीमों से कहीं बेहतर प्रदर्शन है।
भारत का दबदबा
पिछले साल से अब तक भारत ने घरेलू और विदेशी मैदानों पर मजबूत निरंतरता दिखाई है। चाहे टी20 हो या वनडे, भारतीय खिलाड़ियों ने बल्ले और गेंद दोनों से संतुलित योगदान दिया है। विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसी अनुभवी बल्लेबाजों के साथ शुभमन गिल और सूर्यकुमार यादव जैसे युवा चेहरों ने टीम को मजबूती दी है। गेंदबाज़ी में जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज और कुलदीप यादव ने कई अहम जीत दिलाई हैं। यही कारण है कि भारत एशिया की सबसे भरोसेमंद टीम साबित हो रही है।
पाकिस्तान की गिरती स्थिति
पाकिस्तान का प्रदर्शन इसके बिल्कुल उलट रहा है। पिछले 15 महीनों में पाकिस्तान को हार ज्यादा झेलनी पड़ी है। टीम के पास बाबर आज़म और शाहीन अफरीदी जैसे स्टार खिलाड़ी मौजूद हैं, लेकिन निरंतरता की कमी और टीम संयोजन की दिक्कतें पाकिस्तान को बार-बार पीछे धकेल रही हैं। खासकर दबाव वाले मुकाबलों में टीम का प्रदर्शन गिर जाता है।
श्रीलंका और बांग्लादेश का उतार-चढ़ाव
श्रीलंका ने हाल ही में कुछ यादगार जीत दर्ज की हैं, लेकिन स्थिरता की कमी अभी भी बनी हुई है। नई पीढ़ी के खिलाड़ी अच्छा कर रहे हैं, पर अनुभव की कमी नजर आती है।
बांग्लादेश ने घरेलू मैदानों पर बेहतर प्रदर्शन किया है, लेकिन विदेशी दौरों पर टीम कमजोर साबित होती है। शाकिब अल हसन और तमीम इकबाल के अनुभव के बावजूद टीम बड़े टूर्नामेंटों में दबाव झेलने में पिछड़ जाती है।
अफगानिस्तान की ताकत
अफगानिस्तान पिछले कुछ वर्षों में एशिया की उभरती हुई टीम बनकर सामने आई है। राशिद खान और मोहम्मद नबी जैसे खिलाड़ी टीम को मजबूती देते हैं। हालांकि, बड़े मैचों में अनुभव की कमी अफगानिस्तान को रोक देती है। इसके बावजूद इस टीम का खेल लगातार बेहतर हो रहा है और आने वाले समय में यह एशियाई दिग्गजों को चुनौती दे सकती है।
अन्य टीमें
नेपाल, यूएई और ओमान जैसी टीमें भी एशिया कप में भाग लेती हैं। हालांकि इनका स्तर अभी बाकी दिग्गज टीमों के बराबर नहीं है, लेकिन ये टीम अनुभव जुटा रही हैं और भविष्य के लिए निवेश कर रही हैं।