आज से लागू हुए UPI के नए नियम
यूजर्स के लेन-देन अनुभव में आएगा बदलाव, जानें नए नियमों की पूरी जानकारी
मुंबई देश में डिजिटल भुगतान को लेकर बड़ी खबर है। 1 अगस्त 2025 से यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) के कुछ नए नियम लागू हो गए हैं। ये बदलाव भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के दिशा-निर्देशों के अनुसार किए गए हैं। नए नियमों का उद्देश्य न केवल ग्राहकों को बेहतर सुविधा देना है, बल्कि धोखाधड़ी के मामलों पर भी अंकुश लगाना है।
अब तक देश में करोड़ों लोग UPI का इस्तेमाल रोजमर्रा की जिंदगी में करते हैं। छोटे दुकानदारों से लेकर बड़े व्यापारी तक UPI की मदद से तेज, सुरक्षित और आसान लेन-देन कर रहे हैं। लेकिन इसी लोकप्रियता के कारण धोखाधड़ी के मामले भी लगातार बढ़े हैं। यही कारण है कि अब इन नियमों को कड़ाई से लागू किया गया है।
पहला बड़ा बदलाव है ट्रांजैक्शन लिमिट को लेकर। अब UPI से एक दिन में कितनी बार और कितनी राशि तक ट्रांजैक्शन किया जा सकता है, इसे लेकर सख्ती बढ़ा दी गई है। खासतौर पर नए UPI यूजर्स के लिए यह सीमा पहले से ज्यादा सीमित कर दी गई है। इससे नए यूजर्स की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी। दूसरा बदलाव ऑटो-पे सर्विस को लेकर है। अब किसी भी ऑटोमेटिक भुगतान (जैसे नेटफ्लिक्स, जियो या बिजली का बिल) के लिए पहले से रजिस्टर्ड अनुमति अनिवार्य होगी। बिना अनुमति के किसी भी खाते से पैसा कट नहीं सकेगा। यह ग्राहकों के नियंत्रण को और मजबूत बनाता है।
तीसरा महत्वपूर्ण नियम KYC यानी नो योर कस्टमर प्रक्रिया को लेकर है। अब बिना पूर्ण KYC वाले उपयोगकर्ता को सीमित सेवाएं ही मिलेंगी। इससे फर्जी खातों पर लगाम लगाई जाएगी और सिस्टम अधिक सुरक्षित बनेगा। चौथा बड़ा बदलाव यह है कि अब लेन-देन की पुष्टि के लिए डबल फैक्टर ऑथेंटिकेशन अनिवार्य कर दिया गया है। यानी UPI पिन के अलावा एक अतिरिक्त सत्यापन प्रक्रिया से गुजरना होगा, जिससे सुरक्षा और पुख्ता हो जाएगी।
पांचवां और अंतिम नियम है लेन-देन पर लगने वाले शुल्क को लेकर। हालांकि, आम यूजर्स के लिए अब भी अधिकांश ट्रांजैक्शन मुफ्त रहेंगे, लेकिन बड़े लेन-देन या व्यापारिक भुगतानों पर कुछ शुल्क लागू किया जा सकता है। इससे सिस्टम को बनाए रखने और ऑपरेशनल कॉस्ट को कवर करने में मदद मिलेगी। ये सभी नियम उपभोक्ताओं को सुरक्षित और सहज डिजिटल अनुभव देने की दिशा में एक अहम कदम हैं। अगर आप भी UPI का इस्तेमाल करते हैं, तो इन नए नियमों को जानना और समझना बेहद जरूरी है, ताकि कोई परेशानी न हो और आपका लेन-देन सुरक्षित बना रहे।