BJP नेता रॉकी पर केस फिर खुलने की कगार पर
पीड़िता ने क्लोजर रिपोर्ट को दी चुनौती, सोलन कोर्ट आज देगा दोबारा जांच पर फैसला…..
हरियाणा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ओपी बड़ौली और गायक से नेता बने रॉकी मित्तल से जुड़ा एक पुराना रेप केस फिर से चर्चा में आ गया है। इस मामले में सोलन की अदालत में आज एक महत्वपूर्ण सुनवाई होनी है, जिसमें पीड़िता द्वारा दायर याचिका पर री-ओपनिंग का फैसला सुनाया जाएगा। पीड़िता ने पुलिस की क्लोजर रिपोर्ट को चुनौती देते हुए दोबारा जांच की मांग की है।
मामले की शुरुआत 2021 में हुई थी, जब महिला ने रॉकी मित्तल पर रेप और ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाया था। उस समय केस की जांच हिमाचल पुलिस के सोलन थाने में हुई थी। लेकिन बाद में पुलिस ने इस केस को बिना ठोस सबूत के बंद कर दिया था और एक क्लोजर रिपोर्ट फाइल की थी।
अब पीड़िता का कहना है कि पुलिस ने मामले की गंभीरता को नज़रअंदाज़ किया और प्रभावशाली लोगों के दबाव में आकर जल्दबाज़ी में केस को खत्म किया गया। पीड़िता की ओर से दाखिल याचिका में यह भी दावा किया गया है कि नई जानकारियां और सबूत सामने आए हैं, जिनकी जांच जरूरी है।
इस केस में ओपी बड़ौली का नाम सीधे तौर पर दर्ज नहीं है, लेकिन यह मामला राजनीतिक तौर पर संवेदनशील बन चुका है, क्योंकि रॉकी मित्तल भाजपा के सक्रिय सदस्य हैं और पार्टी से जुड़े कई कार्यक्रमों में उन्हें मंच साझा करते देखा गया है।
कोर्ट में आज दोनों पक्षों की बहस पूरी होने के बाद फैसला आने की संभावना है। यदि अदालत री-ओपनिंग को मंजूरी देती है, तो इस मामले में राजनीतिक भूचाल आ सकता है और भाजपा को जवाब देना पड़ सकता है।
वहीं, भाजपा की ओर से अब तक इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि यदि मामला दोबारा खुला, तो रॉकी मित्तल की संगठन में भूमिका पर भी पुनर्विचार हो सकता है।