क्या राव इंद्रजीत की डिनर डिप्लोमेसी हरियाणा की सियासत हिला रही है
चंडीगढ़ में 12 विधायकों को बुलाया डिनर पर, पोडकास्ट में बोले– मुझे छेड़ने पर अनबन हुई, इसलिए मुख्यमंत्रियों से नहीं बनी…..
हरियाणा की सियासत में इन दिनों राव इंद्रजीत सिंह की “डिनर डिप्लोमेसी” को लेकर जबरदस्त चर्चा हो रही है। केंद्र में मंत्री पद पर रहे राव इंद्रजीत ने हाल ही में चंडीगढ़ में एक निजी डिनर का आयोजन किया, जिसमें हरियाणा बीजेपी के 12 विधायकों को बुलाया गया। इस मुलाकात को लेकर राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है, खासकर तब जब राज्य में नेतृत्व को लेकर चर्चाएं पहले से ही गर्म हैं।
इस डिनर के कुछ ही दिन बाद राव इंद्रजीत ने एक पोडकास्ट में अपनी नाराजगी खुलकर जाहिर की। उन्होंने कहा कि “जब मुझे छेड़ा गया तो मनभेद हुआ, इसलिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और अब नायब मुख्यमंत्री नयना चौटाला से भी ज्यादा तालमेल नहीं बन पाया।” उनका यह बयान न सिर्फ मौजूदा नेतृत्व के साथ उनके रिश्तों की झलक देता है, बल्कि यह भी संकेत करता है कि वे अब राजनीतिक रूप से अधिक सक्रिय भूमिका में आना चाहते हैं।
राव इंद्रजीत की यह रणनीति आगामी विधानसभा चुनावों से पहले बीजेपी की अंदरूनी राजनीति को प्रभावित कर सकती है। उनकी साख न केवल गुड़गांव और आसपास के क्षेत्रों में मजबूत है, बल्कि वे खुद को संगठन के पुराने और अनुभवशील नेताओं में से एक मानते हैं। डिनर में बुलाए गए विधायक भी उन्हीं इलाकों से हैं जहां राव का प्रभाव माना जाता है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह सिर्फ एक डिनर नहीं था, बल्कि एक साफ संदेश था — वे अब अपनी उपेक्षा नहीं सहेंगे और भविष्य की रणनीति खुद तय करेंगे। बीजेपी के प्रदेश संगठन ने इस पूरे घटनाक्रम को सार्वजनिक रूप से तवज्जो नहीं दी है, लेकिन पार्टी के अंदर यह स्पष्ट है कि समीकरण बदल सकते हैं।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी नेतृत्व इस “डिनर डिप्लोमेसी” को कैसे लेता है और राव इंद्रजीत के बढ़ते राजनीतिक कदमों का क्या जवाब देता है।