क्या कोलकाता की रामनवमी शोभायात्रा पर हुआ था हमला..
भाजपा ने लगाया पत्थरबाजी का आरोप, पुलिस ने खारिज किए सभी दावे..
कोलकाता : में रामनवमी शोभायात्रा को लेकर एक बार फिर से सियासी माहौल गरमा गया है। रविवार को पश्चिम बंगाल में करीब दो हजार स्थानों पर रामनवमी की शोभायात्राएं निकाली गईं। इसी दौरान भाजपा की ओर से यह दावा किया गया कि कोलकाता के पार्क सर्कस सेवन प्वाइंट इलाके में शोभायात्रा के लौटते समय श्रद्धालुओं पर पत्थरबाजी की गई और भगवा झंडा लगे वाहनों को निशाना बनाया गया।
भाजपा सांसद और केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा करते हुए दावा किया कि रामभक्तों पर योजनाबद्ध तरीके से हमला हुआ है। उन्होंने इस मामले में राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन पर पक्षपात का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ये धार्मिक असहिष्णुता की बानगी है और राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है।
हालांकि, इन आरोपों को कोलकाता पुलिस ने खारिज करते हुए बयान जारी किया। पुलिस ने कहा कि पार्क सर्कस इलाके में किसी भी शोभायात्रा के लिए अनुमति नहीं ली गई थी। किसी तरह की गंभीर घटना नहीं हुई है और सोशल मीडिया पर वायरल किए गए वीडियो की भी जांच की जा रही है। पुलिस ने लोगों से अफवाहों से बचने और सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की अपील की।
इस पूरे घटनाक्रम पर सत्तारूढ़ पार्टी टीएमसी ने भी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी के प्रवक्ताओं ने भाजपा पर धार्मिक भावनाएं भड़काने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस तरह के बयानों का उद्देश्य राज्य में अशांति फैलाना है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसी ने कानून तोड़ा है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, लेकिन बेवजह बयानबाजी से हालात बिगड़ सकते हैं।
रामनवमी जैसे पावन पर्व पर इस तरह के विवादों से राज्य की शांति व्यवस्था पर सवाल उठना लाजमी है। जहां एक ओर धार्मिक आयोजनों को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने की आवश्यकता है, वहीं दूसरी ओर, प्रशासन को भी पूरी सतर्कता के साथ स्थिति को संभालने की जरूरत है ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके।
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