दुबई : भारतीय क्रिकेट टीम के लिए चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का फाइनल सिर्फ एक ट्रॉफी जीतने का मौका नहीं बल्कि 37 साल पुराने इतिहास को बदलने का भी अवसर है। भारत और न्यूजीलैंड जब भी किसी बड़े टूर्नामेंट के फाइनल में आमने-सामने आए हैं, तो किस्मत की देवी ब्लैक कैप्स का ही साथ देती नजर आई है। आखिरी बार 1988 में भारत ने न्यूजीलैंड को किसी फाइनल मुकाबले में हराया था, लेकिन उसके बाद से हर निर्णायक मैच में न्यूजीलैंड का पलड़ा भारी रहा है।
पिछले कुछ वर्षों में दोनों टीमों के बीच कई हाई-वोल्टेज मुकाबले हुए हैं। 2019 वनडे वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में भारत को न्यूजीलैंड के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद 2021 में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भी न्यूजीलैंड ने भारत को शिकस्त देकर ट्रॉफी पर कब्जा जमाया था। ऐसे में इस बार टीम इंडिया के पास बदला लेने और इतिहास बदलने का सुनहरा मौका होगा।
भारतीय टीम इस समय शानदार फॉर्म में है। कप्तान रोहित शर्मा की अगुवाई में टीम ने पूरे टूर्नामेंट में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। बल्लेबाजी में विराट कोहली, शुभमन गिल और सूर्यकुमार यादव जैसे खिलाड़ी दमखम दिखा रहे हैं, जबकि जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और कुलदीप यादव की गेंदबाजी विपक्षी टीमों के लिए सिरदर्द बनी हुई है।
वहीं, न्यूजीलैंड भी किसी से कम नहीं है। केन विलियमसन की कप्तानी में यह टीम बार-बार यह साबित कर चुकी है कि वह बड़े मुकाबलों में दबाव को बेहतरीन तरीके से संभाल सकती है। डेवोन कॉनवे, डेरिल मिचेल और ग्लेन फिलिप्स शानदार लय में हैं, जबकि ट्रेंट बोल्ट और टिम साउथी की तेज गेंदबाजी भारत के लिए चुनौती बन सकती है।
अब सवाल यही है कि क्या टीम इंडिया इस बार 37 साल पुरानी हार की लकीर को मिटा पाएगी? क्या रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत न्यूजीलैंड के खिलाफ फाइनल में जीत हासिल कर इतिहास रच पाएगा? क्रिकेट प्रेमियों को इस महामुकाबले का बेसब्री से इंतजार है, जहां एक नई कहानी लिखी जाएगी।
Discover more from News On Radar India
Subscribe to get the latest posts sent to your email.
Comments are closed.