6 अप्रैल 2025 का पंचांग नवमी तिथि पर कौन से मुहूर्त हैं शुभ और कौन से अशुभ
चैत्र नवरात्रि की नवमी आज, जानें रविवार को पूजा, यात्रा और कार्यों के लिए शुभ समय…
आज रविवार, 6 अप्रैल 2025 का दिन हिन्दू पंचांग के अनुसार विशेष महत्व रखता है क्योंकि आज चैत्र नवरात्रि की नवमी तिथि है। यह दिन माता सिद्धिदात्री की पूजा के लिए समर्पित होता है, जो नवरात्रि की नवमी शक्ति मानी जाती हैं। आज के दिन श्रद्धालु कन्या पूजन करते हैं और घर में नौ कन्याओं को भोजन कराकर माता का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। इसके साथ ही पंचमी और नवमी के मेल के कारण दिन भर धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन हो रहा है।
आज का दिन पंचांग के अनुसार शुभ कार्यों के लिए भी उपयुक्त माना गया है। सूर्योदय प्रातः 6:05 बजे और सूर्यास्त सायं 6:42 बजे होगा। आज नवमी तिथि पूरे दिन रहेगी और दशमी तिथि अगले दिन प्रातः 4:38 बजे तक प्रभावी रहेगी। नक्षत्र की बात करें तो उत्तराषाढ़ा नक्षत्र दोपहर 2:18 बजे तक रहेगा, इसके बाद श्रवण नक्षत्र आरंभ होगा। चंद्रमा आज मकर राशि में स्थित रहेगा, जो कर्म और अनुशासन का प्रतीक माना जाता है।
योग की दृष्टि से व्याघात योग दोपहर 12:02 बजे तक रहेगा, जो कुछ मामलों में अशुभ प्रभाव दे सकता है, इसके बाद हर्षण योग आरंभ होगा जो शुभ कार्यों के लिए अनुकूल होता है। करण में बव करण दोपहर 12:55 बजे तक रहेगा, इसके पश्चात बालव करण प्रभावी होगा। आज रविवार का दिन है, जो सूर्यदेव को समर्पित है। इसलिए आज सूर्य पूजा और जल अर्पण करना अत्यंत फलदायी माना गया है।
आज के दिन शुभ मुहूर्त की बात करें तो अभिजीत मुहूर्त 11:56 बजे से 12:46 बजे तक रहेगा, जो किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत के लिए उत्तम समय माना जाता है। वहीं राहुकाल दोपहर 4:30 बजे से 6:00 बजे तक रहेगा, जो अशुभ काल माना जाता है, इस दौरान किसी नए कार्य की शुरुआत करने से बचना चाहिए।
आज नवरात्रि का समापन चरण है, ऐसे में कई घरों में हवन, कन्या पूजन और भंडारे का आयोजन किया जा रहा है। मंदिरों में विशेष श्रृंगार और आरती की व्यवस्था की गई है। भक्तों में माता के जयकारों की गूंज है और हर कोई माता की कृपा पाने के लिए व्रत और उपासना में लीन है।
इस विशेष दिन पर ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि अगर किसी भी शुभ कार्य को आज के शुभ मुहूर्त में आरंभ किया जाए तो उसका उत्तम फल मिलता है। खासकर व्यापार, शिक्षा, नए प्रयास और धार्मिक कार्यों के लिए आज का दिन श्रेष्ठ है।
आज का दिन न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह आत्मबल, श्रद्धा और ऊर्जा प्राप्त करने का भी उत्तम अवसर है। नवमी तिथि की पूजा से मां सिद्धिदात्री की कृपा प्राप्त होती है, जो भक्तों को सिद्धि, ज्ञान और सफलता प्रदान करती हैं।
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