मातृ मृत्यु दर में कमी पर जी.एम.सी. पटियाला में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग द्वारा राज्य-स्तरीय कार्यशाला
पटियाला: ‘मातृ मृत्यु दर में कमी के लिए तकनीकी हस्तक्षेप’ पर एक राज्य-स्तरीय कार्यशाला का आयोजन पंजाब राज्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद द्वारा अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान-बठिंडा और राजिंद्रा अस्पताल, पटियाला के सरकारी मेडिकल कॉलेज के साथ मिलकर मिशन तंदरुस्त पंजाब के तहत किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन GMC- पटियाला में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग, पंजाब सरकार के सहयोग से किया गया, जिसमें 100 से अधिक चिकित्सा अधिकारी, स्त्री रोग विशेषज्ञ और अन्य स्वास्थ्य पेशेवरों ने भाग लिया।
इस कार्यशाला का मुख्य उदेश प्रसवोत्तर रक्तस्राव (पीपीएच) से संबंधित मातृ मृत्यु दर के प्रबंधन पर था, जो कि प्रसव के बाद अत्यधिक रक्तस्राव के कारण होती है। उद्घाटन सत्र में, डॉ. दपिंदर कौर बख्शी, संयुक्त निदेशक, पंजाब राज्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद ने बताया कि परिषद अ.भा.आ.सं.-बठिंडा के साथ मिलकर दो कम लागत वाले अभिनव हस्तक्षेपों – नॉन-प्नेमैटिक एंटी शॉक गारमेंट (NASG) और यूटेरिन बैलून टैम्पोनाड (UBT) पर काम कर रही है, जो कि माताओं में पीपीएच के प्रबंधन के लिए हैं। उन्होंने बताया कि इन हस्तक्षेपों को प्रारंभ में बठिंडा और फरीदकोट जिलों में मिशन तंदरुस्त पंजाब के तहत पायलट किया गया था, जिससे दोनों जिलों में 75 से अधिक माताओं की जान बचाई जा सकी। सफलता के आधार पर, इन हस्तक्षेपों को अब दूसरे चरण के तहत पंजाब के 10 अन्य जिलों में लागू किया जाएगा, जिसका समर्थन पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन निदेशालय- पंजाब सरकार द्वारा किया जा रहा है। यह कार्यक्रम के तहत पहली कार्यशाला है।
डॉ. लज्या देवी गोयल, विभागाध्यक्ष, स्त्री रोग, अ.भा.आ.सं.-बठिंडा ने बताया कि 10 जिलों के सभी प्रसव केंद्रों के स्वास्थ्य पेशेवरों की क्षमता निर्माण के लिए एक रणनीतिक ढांचा विकसित किया गया है। इसके लिए, GMC- पटियाला, GMC- अमृतसर और GGSMC- फरीदकोट कार्यान्वयन केंद्र के रूप में कार्य करेंगे जिन्हें मास्टर ट्रेनर्स के रूप में प्रशिक्षित किया जाएगा और ये केंद्र पटियाला, संगरूर, फतेहगढ़ साहिब, अमृतसर, तरन तारन, गुरदासपुर, मोगा, मुक्तसर, फरीदकोट और मानसा जिलों के लिए जिम्मेदार होंगे। इन केंद्रों को सशक्त ही नहीं बल्कि आवश्यक संसाधनों जैसे यूटेरिन बैलून और NASG से भी सुसज्जित किया जाएगा।
डॉ. परनीत कौर, विभागाध्यक्ष, स्त्री रोग, GMC- पटियाला ने मेहमानों का स्वागत करते हुए बताया कि उनका केंद्र पटियाला, संगरूर और फतेहगढ़ साहिब तीन जिलों को सेवाएं प्रदान करेगा, जिनके स्वास्थ्य पेशेवर आज की कार्यशाला के लिए शामिल हुए हैं और उन्हें दोनों हस्तक्षेपों पर प्रशिक्षित किया जाएगा। अन्य गणमान्य व्यक्तियों जिन्होंने प्रतिभागियों को संबोधित किया, उनमें डॉ. जतिंदर कुमार कंसल, सिविल सर्जन, पटियाला, डॉ. दविंदरजीत कौर, सिविल सर्जन, फतेहगढ़ साहिब, डॉ. गिरीश सहनी, मेडिकल सुपरिंटेंडेंट- GMC- पटियाला और डॉ. सतिंदर कौर, GMC- पटियाला शामिल थे। (युद्धवीर सिंह की रिपोर्ट)
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